लखनऊ — महाशिवरात्रि के अवसर पर शुक्रवार को भोर से ही शिवालयों में जलाभिषेक के लिए शिवभक्तों का रेला उमड़ पड़ा है।वहीं जुमे को देखते हुए कड़ी सुरक्षा के बीच शिवमंदिरों में जलाभिषेक चल रहा है। वहीं गोंडा में प्रातः से ही भीम द्वारा स्थापित पौराणिक पृथ्वीनाथ मंदिर में आसपास के ही नहीं नेपाल से भी श्रद्धालु जलाभिषेक के लिए पहुंच रहे हैं।
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार यहां शिवलिंग की स्थापना भीम ने की थी। यह एशिया का सबसे बड़ा शिवलिंग बताया जाता है। मंदिर परिसर में भोर से ही शिवभक्त जुट गए हैं। वहीं पौराणिक दुखहरणनाथ मंदिर, करोहानाथ और बालेश्वर नाथ मंदिरों में जलाभिषेक शुरू हो गया है।
काशी विश्वनाथ मंदिर में उमड़ा भक्तों का सैलाब
वहीं महाशिवरात्रि के महापर्व पर शुक्रवार को वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर में भक्ति का सैलाब उमड़ पड़ा है। गुरुवार देर रात से ही शिव मंदिरों में श्रद्धालु पहुंचने लगे हैं।मंदिरों के बाहर लंबी कतारें नजर आ रही हैं। बच्चे हों या बुजुर्ग सभी भगवान भोलेनाथ के दर्शनों के लिए पहुंच रहे हैं। श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए कड़े सुरक्षा इंतजाम भी किए गए हैं। मंदिरों में भगवान भोले का खास श्रृंगार भी किया गया है। भोले बाबा की नगरी काशी में ऊँ नमः शिवाय के मंत्र की गूंज सुनाई दे रही है।
लोधेश्वर महादेव मंदिर में उमड़ा शिव भक्तों का हुजूम
यूपी के बाराबंकी जिले की तहसील रामनगर में स्थित महाभारत कालीन प्राचीन पौराणिक महादेव लोधेश्वर शिवलिंग पर शिवरात्रि के मौके पर जलाभिषेक के लिए शिवभक्तों का जबरदस्त हुजूम उमड़ रहा है। पुलिस ने सुरक्षा के भी कड़े इंतजाम किए हैं। भगवान भोलेनाथ के जलाभिषेक के लिए लंबी कतारें लग गयी हैं। दूर दराज से शिवभक्त बाराबंकी पहुच रहे हैं।वहीं कांवड़िये नाचते गाते बम भोले के जयकारे संग महादेवा महादेवा पहुंच रहे हैं।