मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान के मंत्रिमंडल का पहला विस्तार गुरुवार को हो गया। इस मंत्रिमंडल विस्तार में सिंधिया समर्थकों का दबदबा नजर आया। 28 नए मंत्रियों में से 11 सिंधिया खेमे के लोगों ने शपथ ली। राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने आज 20 कैबिनेट और आठ राज्य मंत्रियों को पद और गोपनियता की शपथ दिलाईं।
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बता दें कि मंत्री पद की शपद लेने वालों में भाजपा के 16, इनमें 7 पुराने और 9 नए चेहरे शामिल है। जबकि सिंधिया खेमे से 9 और कांग्रेस से भाजपा में आए 3 नेताओं को मंत्री बनाया गया।
इन नेताओं ने ली मंत्री पद की शपद…
गोपाल भार्गव, विजय शाह, जगदीश देवड़ा, बिसाहूलाल सिंह, यशोधरा राजे सिंधिया, भूपेंद्र सिंह, एंदल सिंह कंसाना और बृजेंद्र प्रताप सिंह कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली। विश्वास सारंग, इमरती देवी, प्रभुराम चौधरी, प्रद्युम्न सिंह तोमर, ओम प्रकाश सकलेचा, उषा ठाकुर, प्रेम सिंह पटेल, हरदीप सिंह डंग, महेंद्र सिंह सिसोदिया, अरविंद सिंह भदौरिया, डॉ. मोहन यादव और राज्यवर्धन सिंह ने भी कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली।
इसके अलावा भारत सिंह कुशवाह, इंदर सिंह परमार, रामखिलावन पटेल, रामकिशोर कांवरे, बृजेंद्र सिंह यादव, गिर्राज दंडोदिया, सुरेश धाकड़ और ओपीएस भदौरिया ने राज्यमंत्री के रूप में शपथ ली। कार्यक्रम से पहले शिवराज ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को 20 कैबिनेट और 8 राज्यमंत्रियों की लिस्ट सौंपी। पुराने चेहरों में पारस जैन, गौरीशंकर बिसेन, रामपाल सिंह, राजेंद्र शुक्ला, संजय पाठक, जालम सिंह पटेल और सुरेंद्र पटवा को लेकर सहमति नहीं बनी।
20 मार्च को गिरी थी कमलनाथ सरकार…
गौरतलब है कि सिंधिया समर्थक छह मंत्रियों समेत 22 विधायकों के कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद 20 मार्च को कमलनाथ को इस्तीफा देना पड़ा था और 15 महीने पुरानी कांग्रेस सरकार गिर गई थी। 23 मार्च को शिवराज सिंह चौहान ने चौथी बार प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। इसके 28 दिन बाद 5 मंत्रियों वाली मिनी कैबिनेट ने 21 अप्रैल को शपथ ली थी।
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