5 जून को साल का दूसरा चंद्र ग्रहण लगेगा जो भारत में भी दिखाई देगा. यह चंद्र ग्रहण कई मायनों में बेहद खास है क्योंकि इसे उपछाया ग्रहण माना गया है जो ज्येष्ठ मास की पूर्णिमा को होगा. ग्रहण काल के दौरान चंद्रमा वृश्चिक राशि में होंगे. यदि आपने जनवरी में चंद्र ग्रहण नहीं देख पाए थे तो शुक्रवार शाम को लगने वाले इस साल के दूसरे चंद्र ग्रहण को देखना ना भूलें.
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इस समय से लगेगा ग्रहण…
ज्योतिष विद्वानों के अनुसार यह चंद्र ग्रहण 5 जून की रात करीब 11 बजकर 16 मिनट से शुरू होगा और फिर 6 जून की रात को 2 बजकर 32 मिनट तक रहेगा. 12 बजकर 54 मिनट पर पूर्ण चंद्रग्रहण होगा. यह चंद्र गहण 3 घंटे 18 मिनट का होगा.
नहीं लगेगा सूतक…
हालांकि यह ग्रहण उपछाया ग्रहण है इसलिए अधिकतर ज्योतिषियों के अनुसार इसका सूतक काल मान्य नहीं होगा. सामान्य तौर पर ग्रहण शुरू होने के 9 घंटे पहले सूतक लग जाता है और ग्रहण के खत्म होते ही सूतक भी खत्म हो जाता है. सूतक काल के दौरान मंदिरों के पट बंद रहते हैं और घरों में भी लोग खानपान में परहेज रखते हैं.
ग्रहण के दौरान और उसके बाद कुछ विशेष बातों का ध्यान रखने की जरूरत है. इनसे ग्रहण का असर कम होता है.आइए जानें..
- ग्रहण के समय भोजन करने से बचे. इस दौरान ग्रहण किया गया भोजन अशुद्ध हो जाता है.
- गर्भवती स्त्रियों को ग्रहण काल घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए.
- जिन चीजों को फेंका नहीं जा सकता, उन खाने पीने की चीजों में तुलसी की पत्तियां डाल दें.
- सोने, चांदी व तांबे के नाग को काले तांबे की प्लेट में रखकर दान करना शुभ माना जाता है।
- चंद्र ग्रहण पर अधिकाधिक अन्न और धन का दान पुण्य करना चाहिए, इसका अधिक लाभ मिलता है.
- जिन चीजों को आप दान करना चाहते हों तो उन्हें स्पर्श कर रख दें और अगले दिन दान कर दें.
- स्नान के बाद पूरे घर और मंदिर की साफ सफाई करनी चाहिए.
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