लखनऊ — भजपा के युवा नेता प्रत्यूषमणि त्रिपाठी हत्याकांड में पुलिस चौकाने वाला खुलासा किया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी व एसएसपी का दावा है कि भाजपा नेता त्रिपाठी ने एक साजिश के तहत खुद पर हमला कराया था।
ऐसा करने के पीछे उनका मकसद घर के सामने हुए विवाद के आरोपियों को जेल भिजवाने और सुरक्षा लेने के लिए था। लेकिन, हमले के दौरान शरीर से काफी खून गिर गया और ट्राॅमा ले जाते समय उनकी मौत हो गई। बता दें कि भाजपा नेता की एक सप्ताह पहले महानगर इलाके में धारदार हथियार के हमले में मौत हो गई थी।
दरअसल हत्या के आरोप में पकड़े गए आरोपितों के बयान ने पुलिस को अहम सफलता दिलाई। घटना स्थल से कुछ दूर सीसी कैमरे में बाइक से भागते समय आरोपित कैमरे में कैद हो गए थे। सर्विलांस के जरिए आरोपितों की लोकेशन एक स्थान पर मिलने के बाद पुलिस ने सब से अलग-अलग पूछताछ शुरू की। एसएसपी ने बताया कि भाजपा नेता की हत्या में अनिल राणा, अमित अवस्थी राज, महेंद्र गुप्ता को गिरफ्तार किया गया था। जबकि दो लोग अभी फरार हैं। जल्द ही उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
वहीं पुलिस के गिरफ्त में आये भाजपा नेता के गुर्गों ने बताया कि प्रत्यूष के घर के सामने रहने वालों लोगों से जमीन का विवाद हुआ था। उन लोगों को सबक सिखाने और सुरक्षा लेने के लिए हमले की स्क्रिप्ट तैयार की गई थी। प्रत्यूष ने कंधे पर हमला करने के लिए गुर्गों से कहा था।
तय स्क्रिप्ट के मुताबिक, गुर्गों ने तीन दिसंबर को बादशाह नगर के पास हमला किया। लेकिन हमले में वह कुछ ज्यादा घायल हो गए। इसके बाद हमलावर मौके से फरार हुए। लोगों ने जब उन्हें घायलावस्था में देखा तो ट्राॅमा सेंटर पहुंचाया। तब तक प्रत्यूष की मौत हो गई।