लखनऊ– वैसे तो लखनऊ पुलिस पर आए-दिन लापरवाही व लोगों से बदसलूकी जैसे कई आरोप लगते रहते है। लेकिन राजधानी पुलिस ने एक ऐसा काम किया है जिसको सुनकर आप भी कहेंगे कि हमे आप पर फक्र है। मामला चारबाग के बस स्टैंड के पास का है।
जहां बस स्टेशन से उतरकर होटल जा रहे युवक का मोबाइल लूट कार भाग रहे बदमाश को नत्था होटल चौराहे के पास सोमवार रात पुलिस कर्मियों ने दबोच लिया। पकड़े गए युवक की निशानदेही पर गिरोह के तीन और सदस्य पकड़े गए। पुलिस ने उनकी निशानदेही पर लूट के 22 मोबाइल बरामद किए हैं। यह गिरोह लूट के मोबाइलों को ऑनलाइन शॉपिंग साइट पर बेचता था।
एएसपी पश्चिम विकास चंद्र त्रिपाठी ने बताया कि, गिरफ्तार आरोपितों में हर्षित श्रीवास्तव निवासी गाधीबाग तेलीबाग, सचिन कुशवाहा निवासी कल्ली पूरब, आरिफ एवं वृंदावन कॉलोनी का पंकज चौरसिया है। सोमवार रात चारबाग बस अड्डे पर आजमगढ़ से आ रहा एक युवक उतरा। वह मोबाइल पर बात करते हुए नाका की ओर जा ही रहा था कि इसी बीच नत्था चौराहे के आगे सुदर्शन सिनेमाहाल के पास पीछे से आए बाइक सवार पंकज चौरसिया नाम का युवक मोबाइल झपटकर भागा।
शोर सुनकर कुछ दूर पर खड़े सिपाहियों ने उसे दौड़ाकर कुछ दूर आगे पकड़ लिया। पूछताछ के बाद उसके तीन अन्य साथियों को गिरफ्तार कर लिया गया। उनकी निशानदेही पर लूट के 22 मोबाइल और एक अपाचे बाइक बरामद की गई है। इस गिरोह के बदमाश राह चलते लोगों के मोबाइल झपट्टा मार कर लूटते थे। इसके बाद साइट पर उन्हें डालकर बेचते थे। बिक्री के बाद सारे रुपयों को आपस में बाट लेते थे।
एएसपी पश्चिम के मुताबिक आरोपित पंकज चौरसिया ने ओएलएक्स पर अपनी आइडी बना रखी थी। जिस पर वेरीफिकेशन के रूप में आधार कार्ड को लगा रखा था। आधार कार्ड में अपनी फोटो भी लगी थी। आधार कार्ड के वास्तविक होने पर संदेह है। इस लिए उसकी जांच की जा रही है।