लखनऊ–कल नगर निगम लखनऊ का पुनरक्षित बजट की बैठक लालबाग स्थित नगर निगम के त्रिलोकनाथ हॉल में आहूत किया गया। महापौर संयुक्ता भाटिया ने पास पास पास की पद्धति से बाहर निकालते हुए सदन को कल 30 जनवरी को भी प्रातः 11:30 बजे पुनः आहूत कर चर्चा करने के लिए स्थगित करने के निर्देश दिये।
राष्ट्रगान के बाद प्रारम्भ हुए सदन में बजट पर मदवार चर्चा के साथ ही पार्षदों द्वारा हर बिंदु पर अधिकारियों से जबाब तलब किया गया। विभागीय चर्चा के दौरान नगर आयुक्त के जबाब देने पर पार्षदों ने नाराजगी जताते हुए विभागीय अधिकारियों को जवाब देने के लिए पटल पर बुलाने की मांग की। जिस पर महापौर ने भी नाराजगी जाते हुए सिर्फ विभागीय अधिकारियों द्वारा ही प्रश्नों के उत्तर दिए जाने के लिए निर्देशित किया।
नगर निगम में अनियोजित बजट बनाने और गृहकर वसूली का लक्ष्य डिमांड से ज्यादा देने पर भाजपा दल के नेता रामकृष्ण यादव ने प्रश्न उठाया, जिसपर महापौर ने नाराजगी जताते हुए कहा कि लेखा विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियो की कार्यशाला करायी जाएगी।
पार्षद राजेश मालवीय ने बिना काम पूरा होने पर भी भुगतान होने का मुद्दा उठाया, जिसपर महापौर ने कहा कि इस सम्बंध में मैने पूर्व में ही जांच के निर्देश दिए है, जिसपर अपर नगर आयुक्त ने बताया कि फाइल नही मिल पाई है।
नगर निगम में व्याप्त भ्रष्टाचार की शिकायतों की तमाम विषय कई सदस्यों द्वारा उठाये जाने पर महापौर ने नाराजगी जताते हुए कहा कि पार्षदों और अधिकारियों की जॉइंट कमिटी जांच कर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करे, अगर फिर भी 10 दिनों में यदि पत्रवली उपलब्ध न हुई तो लेखा विभाग की गड़बड़ियों व अन्य संदिग्ध कार्यप्रणाली को देखते हुए सीएजी जाँच करायी जाएगी।
महापौर ने जाँच समिति घोषित की जिसमें निम्न सदस्य होंगे-
1) रामकृष्ण यादव
2) सैयद यावर रेशू
3) ममता चौधरी
4) संतोष राय