लखनऊ में स्वास्थ्य विभाग में ब्लॉक कार्यक्रम अधिकारी के पद पर भर्ती का फर्जी विज्ञापन निकाल कर ठगों ने सात युवकों से दस लाख रुपये ऐंठ लिए। रुपये खर्च करने के बाद भी नौकरी नहीं लगने पर पीड़ितों ने हजरतगंज कोतवाली में मुकदा दर्ज कराया है।
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ये है पूरा मामला…
सीतापुर निवासी अनूप सिंह के अनुसार जनवरी 2020 में उन्हें लालबाग स्थित आनशोध संस्थान के बारे में जानकारी मिली थी। अनूप के साथ जसवंत लाल, विक्रम कुमार, मुक्तालाल, आलोक कुमार, कमलेश कुमार और विनय कुमार भी विज्ञापन देने के बाद लालबाग स्थित संस्थान के दफ्तर पहुंचे थे। जहां प्रबंधक अवनीश तिवारी और अखिलेश कुमार से मुलाकात हुई।बातचीत में आरोपियों ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग ग्रामीण क्षेत्रों में पकड़ मजबूत करने के लिए ब्लॉक कार्यक्रम अधिकारी के पर पर भर्तियां कर रहा है।
15 हजार रुपये मिलेगी तनख्वाह…
चयनित अभ्यर्थी को 15 हजार रुपये तनख्वाह मिलेगी।अवनीश ने नौकरी लगवाने के बदले प्रति व्यक्ति एक लाख रुपये खर्च आने की बात कही। नौकरी की चाह में अनूप कुमार सिंह और उनके साथी तैयार हो गए।रुपये लेने के बाद अवनीश ने सभी लोगों को सीतापुर में तैनाती मिलने की बात कही।
अनूप और उनके साथियों को कुछ दवाएं देते हुए हजारों रुपये के दवा बिल पर साइन कराया गया।सीतापुर पहुंचने के बाद वह लोग काफी दिन तक खाली बैठे रहे। उन्हें तनख्वाह भी नहीं मिली। पूछताछ करने पर आरोपी टाल मटोल करते रहे।
इंस्पेक्टर हजरतगंज श्याम बाबू शुक्ल के मुताबिक अनूप की तहरीर पर अवनीश तिवारी, अखिलेश तिवारी, आशीष चौहान, नीरज सिंह, पवन शर्मा और भूपेन्द्र के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है।
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