लखनऊ — योगी सरकार उत्तर प्रदेश में एक तरफ जहां कानून व्यावस्था को बढ़ावा दे रही हैं वहीं दूसरी तरफ पुलिस विभाग का नीचे का तबका लोगों से दुर्व्यवहार करने से बाज नहीं आ रहा है। पुलिस की काली करतूत का एक ऐसा ही सनसनीखेज मामला आशियाना थाने में देखने को मिला…
जहां पुलिस ने किन्नर हत्याकांड के सिलसिले में दो युवकों की गिरफ्तारी की थी, जिससे एक की पुलिस कस्टडी से निकलते ही मौत हो गई।वहीं परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने उसे थाने पर बेरहमी से पीटा जिसके बाद इलाज के दौरन उसकी मौत हो गई।
बताया जा रहा है कि पुलिस ने किन्नर हत्याकांड में 24 अप्रैल को दो युवकों को थाने पूछताछ के लिए लाई थी जिसपर पुलिस ने 27 अप्रैल तक जमकर थर्ड डिग्री का इस्तेमाल किया। लेकिन कुछ हासिल न होने पर दोनों युवकों को 27 अप्रैल को छोड़ दिया गया। वहीं पुलिस की हिरासत से छूटने के बाद एक युवक की हालत खराब होने से वह बीमार हो गया जिसकी इलाज के दौरान मौत हो गई।
गुस्साए परिजनों ने किया लखनऊ-रायबरेली मार्ग जाम
युवक की मौत के बाद परिजनों और क्षेत्रीय नेता व कई संगठन इकट्ठा होकर रायबरेली रोड को जामकर विरोध प्रदर्शन किया। साथ ही आशियाना पुलिस पर हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग करते रहे। पुलिस की थर्ड डिग्री से हुई युवक की मौत को लेकर एक तरफ परिजनों ने आक्रोशित होकर पुलिस पर हत्या का मुकदमा दर्ज करने को लेकर रोड जाम कर दिया। वहीं इस प्रदर्शन के कारण रायबरेली रोड पर करीब घंटा भर जाम लगा रहा जिससे आने-जाने वाले लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
पुलिसकर्मियों के खिलाफ मामला दर्ज
वही इस पूरे मामले में एसएसपी दीपक कुमार ने बताया कि मृतक के परिजनों ने पुलिस पर हत्या का आरोप लगाते हुए दरोगा जयबीर और अन्य पुलिसकर्मियों के खिलाफ तहरीर दी है जिसपर मामला दर्ज कर लिया गया है।मृतक का वीडियो ग्राफी कर पोस्टमार्टम कराया जाएगा,पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही इस पर कार्रवाई की जाएगी।और पीड़ित परिवार को शासन की तरफ से सम्भव आर्थिक सहायता दी जाएगी।
(रिपोर्ट-सुजीत शर्मा,लखनऊ)