लखनऊ — यूपी की राजधानी लखनऊ में होली के दिन दो बहनों से छेड़छाड़ और विरोध करने पर परिवारीजनों को पीटने के आरोपियों की सहायता करने के आरोपी इंस्पेक्टर को एसएसपी ने बुधवार को निलंबित कर दिया।
पीड़ित परिवार का आरोप है कि बंथरा पुलिस रिपोर्ट दर्ज करने की जगह समझौते का दबाव बना रही थी। एसएसपी से शिकायत के बाद रिपोर्ट दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। वहीं अन्य आरोपियों की तलाश में छापे मारे जा रहे हैं।
बता दें कि बंथरा के अमावा गांव में होली के दिन घर के बाहर रंग खेल रही दो बहनों से गांव के ही राहुल, संजीव उर्फ ममोले और खलोले ने छेड़छाड़ की। युवतियों के शोर मचाने पर पहुंचे परिवारीजनों के विरोध करने पर आरोपियों ने उन्हें पीटना शुरू कर दिया। इतना ही नहीं पिता को निशाना बनाकर फायर भी कर दिया। गनीमत रही कि निशाना चूक गया। वहीं सूचना पर बंथरा थाने के अतिरिक्त प्रभारी दिवाकर सरोज फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे।
पीड़ित परिवार के अनुसार इंस्पेक्टर ने आरोपियों पर कार्रवाई की जगह उल्टा उन्हें ही धमकाना शुरू कर दिया। पीड़ित युवतियों को भी परिवार के साथ थाने बुलाया। आरोप है कि रिपोर्ट दर्ज करने की जगह इंस्पेक्टर दिवाकर समझौते का दबाव बनाने लगे। इस बीच आरोपी संजीव का मंगलवार को पीड़ित परिवार को तमंचा लहराते हुए धमकी देने का विडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
वहीं पीड़ितों ने एसएसपी कलानिधि नैथानी से शिकायत के बाद सीओ कृष्णानगर की जांच में इंस्पेक्टर द्वारा आरोपियों से रिश्वत लेकर मदद की पुष्टि हुई थी। एसएसपी ने इंस्पेक्टर दिवाकर सरोज को निलंबित करने के साथ ही आगे की जांच रिपोर्ट मांगी है। वहीं एसएसपी की फटकार पर बंथरा पुलिस ने छह दिन बाद मामले की रिपोर्ट दर्ज कर मुख्य आरोपी संजीव उर्फ ममोले को गिरफ्तार कर लिया है।