लखनऊ– सूबे की सरकार महिला सुरक्षा के लाख दावे क्यो न करती हो लेकिन हकीकत कुछ और ही कहती है। पूरा प्रदेश छोड़िए बल्कि राजधानी लखनऊ में ही लड़कियां सुरक्षित नही है।
बीते 29 अप्रैल को अंतरराष्ट्रीय महिला खिलाड़ी वर्तिका सिंह के साथ पीजीआई डाक्टर द्वारा गाली-गलौज व मारपीट की कोशिश मामले में 6 दिन बीत जाने के बाद भी आरोपी डाक्टर के खिलाफ अबतक कोई कार्रवाई नही हुई है। जिसको लेकर महिला खिलाड़ी सीएम योगी से भी मिली लेकिन उन्होने भी आश्वासन देकर उसे लौटा दिया।
मामला थाना पीजीआई क्षेत्र के पीजीआई हॉस्पिटल का है, यहां पर नशे की हालत में डॉक्टर ने महिला शूटर के साथ अभद्रता की। खिलाड़ी वर्तिका सिंह का कहना है कि यह पूरा मामला अधिकारियों के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के संज्ञान में भी है। वर्तिका ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की और आपबीती बताई।
पीड़िता खिलाड़ी का कहना है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कार्रवाई का आश्वासन दिया लेकिन अभी तक कोई भी कार्रवाई नहीं हुई। महिला खिलाड़ी के मुताबिक नशे की हालत में डॉक्टर पीयूष गुप्ता ने उनकी बाइक को टक्कर मारी जब वो भाई के साथ जा रही थी। जिसके बाद डॉक्टर ने पीजीआई के गेट के पास उन पर हमला भी किया लोकिन उन्होंने अपना बचाव किया।
इसके बाद थाने में डॉक्टर ने कबूल किया कि वे नशे में थे लेकिन उनके खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया गया। वुमन हेल्पलाइन से भी उनको मदद नहीं मिली। वर्तिका का कहना है कि वह इस मामले में एक्शन चाहती है क्योंकि यह सिर्फ उनकी लड़ाई नहीं है, वह चाहती हैं कि समाज में किसी भी लड़की के खिलाफ जुल्म करने वाले ऐसे शख्स को सजा मिले।