लखनऊ — राजधानी लखनऊ में चौकाने वाला मामला सामने आया है।यहां देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी सीबीआई के फर्जी लेटर पैड पर रेल टिकटों को कन्फर्म कराने का गोरखधंधा चल रहा था।
वहीं मामले की भनक लगते ही हजरतगंज कोतवाली में केस दर्ज कराने के साथ सीबीआई ने खुद टिकट कन्फर्म कराने वाले यात्री समेत तीन को लोगो को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। जबकि सरगना समेत तीन की तलाश में छापेमारी की जा रही है।बताया जा रहा है कि इस गोरखधंधे में राजधानी के दो ट्रैवल एजेंट शामिल थे।यहीं नहीं शातिरों के पास से सीबीआई की फर्जी मुहर भी मिली है।
दरअसल प्रभारी निरीक्षक हजरतगंज राधा रमण सिंह ने बताया कि नवल किशोर रोड पर सीबीआई कार्यालय है। यहां तैनात कर्तव्य अधिकारी बृजेश त्रिपाठी ने पुलिस को बताया कि संदेह होने पर पूर्वोत्तर रेलवे के मंडलीय रेल प्रबंधक कार्यालय से जानकारी दी गई कि सीबीआई के लेटर पैड पर आकस्मिक कोटे से ट्रेन में सीटें कन्फर्म कराने के लिए लगातार आवेदन मिल रहे हैं। इस पर सीबीआई ने टीम गठित कर जांच शुरू की।
टीम ने लखनऊ से मुजफ्फरपुर की ट्रेन में सीबीआई के नाम पर कन्फर्म हुई सीट पर राजेश साहू पत्नी व तीन बच्चों के साथ सफर करते पकड़ा। राजेश ने बताया कि उसने गोमतीनगर के हुसड़िया चौराहा स्थित आकाश बिजनेस सेंटर के शानू कुमार को 674 रुपये देकर टिकट लिए थे।
इन्हें कन्फर्म कराने को विनयखंड के शहजाद आलम को दो हजार रुपये दिए। इसी आधार पर सीबीआई ने राजेश व रैकेट में शामिल शहजाद व अमित कुमार पांडेय को पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया। जबकि रैकेट के सरगना व रेल कर्मी बताया जा रहा ध्रुव सिंह, शानू व दीपक फरार है।