स्पोर्ट्स डेस्क — क्रिकेट को यूं ही नहीं अनिश्चितताओं का खेल कहा है जाता है,ऊट किस करवट बैठ जाए कोई नहीं बता सकता है।ऐसा ही कुछ हुआ दिल्ली के जो जीती हुई बाजी हार गई।
दरअसल क्रिकेट में टीमें जब मैदान पर उतरती हैं तो वो अपनी गलतियों से सीखती हुई आगे बढ़ती हैं। आईपीएल टीम दिल्ली कैपिटल्स ने भले ही अपना नाम बदल दिया हो लेकिन अब भी हाल वही है। पिछले मैच में पृथ्वी शॉ के 99 रनों की पारी के दम पर वो कोलकाता के खिलाफ जीत के करीब थे लेकिन फिर मैच टाई हो गया जहां बड़ी मुश्किल से सुपर ओवर में जाकर उन्होंने जीत दर्ज की। उम्मीद थी कि उनके बल्लेबाजों ने उस मैच से कोई सीख ली होगी लेकिन सोमवार को तो उन्होंने हद ही कर दी।
किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ मोहाली में लक्ष्य का पीछा करते हुए वो तकरीबन जीत तक पहुंच ही गए थे कि अचानक कुछ ही गेंदों में ऐसा नजारा दिखा जिसने कहने पर मजबूर कर दिया कि जीता जिताया मैच हारना तो कोई इनसे सीखे। आइए जानते हैं कि आखिर इस मैच के अंत में क्या कुछ हुआ।
बता दें कि पंजाब की टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए दिल्ली के सामने 167 रनों का लक्ष्य रखा था। जवाब में उतरी दिल्ली की टीम को पहली ही गेंद पर पृथ्वी शॉ के रूप में झटका लग गया जबकि थोड़ी देर बाद दो विकेट और गिरे..लेकिन इससे ज्यादा कुछ बिगड़ा नहीं क्योंकि रिषभ पंत और कॉलिन इनग्राम ने मोर्चा अच्छे से संभाल लिया था। दोनों मैच को 17वें ओवर तक ले जा चुके थे और उस समय स्कोर था 137 रन पर 3 विकेट। यानी उनकी टीम को 24 गेंदों पर कुल 30 रन चाहिए थे। रिषभ पंत 33 रन बनाकर खेल रहे थे और कॉलिन इनग्राम 36 रन बनाकर मजबूती से पिच पर टिके हुए थे।
मैच 17वें ओवर में पहुंचा। गेंद शमी के हाथों में थी। ओवर की तीसरी गेंद पर रिषभ पंत ने एक करारा छक्का भी जड़ दिया था। इसके बाद चौथी गेंद पर शमी ने पंत को बोल्ड कर दिया और अगली ही गेंद पर क्रिस मॉरिस जल्दबाजी में रन दौड़ने के चक्कर में अश्विन के एक शानदार थ्रो पर रन आउट हो गए। अचानक पंजाब की उम्मीदें फिर जाग उठी थीं लेकिन अब भी दिल्ली वापसी कर चुकी थी क्योंकि उन्हें 18 गेंदों पर कुल 23 रन चाहिए थे और उनके पास 5 विकेट बाकी थे।
कप्तान अश्विन ने 18वां ओवर 20 साल के इंग्लिश खिलाड़ी सैम करन को थमा दिया। करन ने इस ओवर की चौथी गेंद पर कॉलिन इनग्राम (38) करन यहीं नहीं थमे, एक गेंद के बाद ओवर की अंतिम बॉल पर उन्होंने हर्षल पटेल (0 रन) को विकेट के पीछे राहुल के हाथों कैच आउट करा दिया।
अब दिल्ली को 12 गेंदों पर 19 रन चाहिए थे और उनके पास 3 विकेट बाकी थे। कप्तान ने 19वां ओवर अपने अनुभवी तेज गेंदबाज शमी को थमाया। सामने थे हनुमा विहारी (2 रन) को बोल्ड कर दिया और इस ओवर में कुल 4 रन लुटाए। आखिरी ओवर में 15 रन चाहिए थे। अब भी मुमकिन था कि कुछ बड़े शॉट्स जिता दें लेकिन..अंतिम ओवर में सैम करन अंतिम ओवर की पहली गेंद पर कगीसो रबाडा (0) और अगली ही गेंद पर संदीप लमीछाने (0) को भी बोल्ड करते हुए दिल्ली से मैच झीन लिया यही नहीं, उन्होंने अपनी हैट्रिक भी पूरी की और इस आईपीएल में हैट्रिक लेने वाले पहले खिलाड़ी बन गए।
17 गेंदें में 7 विकेट, बने 8 रन
दिल्ली की टीम जो एक समय 16वें ओवर के बाद 3 विकेट पर 137 रन बना चुकी थी, वो टीम 152 रन पर सिमटकर 19.2 ओवर में 14 रन से मैच गंवा चुकी थी। यानी उन्होंने 17 गेंदों के अंदर कुल 8 रन बनाते हुए अपने 7 विकेट गंवा दिए। दिल्ली की बेहाल स्थिति का आलम ये था कि उनकी टीम के 5 खिलाड़ी शून्य पर आउट हुए जिसमें पृथ्वी शॉ का गोल्डन डक भी शामिल है।