न्यूज डेस्क — रेलवे के तमाम लोको पायलट अपनी मांगों को लेकर सोमवार से भूखे रहकर ट्रेनें चलाएंगे। लोको पायलट की कई मांग हैं ,जिसे लेकर ये पायलट आज से भूखे पेट ट्रेन का संचालन करेंगे।
इसके अलावा ये तमाम लोको पायलट रेलवे स्टेशनों पर धरना प्रदर्शन भी करेंगे। देशभर के तमाम लोको पायलट सोमवार और मंगलवार को अपनी मांगों को लेकर भूख हड़ताल पर हैं। इन लोको पायलट का कहना है कि अगर हमारी मांगों को पूरा नहीं किया जाता है तो वह सख्त कदम उठा सकते हैं।
दरअसल ये तमाम लोको पायलट उनकी रनिंग अलाउंस नहीं बढ़ाए जाने से नाराज हैं। इनका कहना है जिस तरह से रेलवे के भीतर निजीकरण और निगमीकरण की आहट दस्तक दे रही है वह उसके खिलाफ हैं। हालांकि इन तमाम पायलट की हड़ताल को लेकर रेल मंत्रालय को भरोसा है कि ये हड़ताल महज सांकेतिक रहेगी। गौर करने वाली बात है कि इस बार मोदी सरकार के बजट में रेलवे में पीपीपी आधार पर निवेश को बढ़ाने की बात कही गई है।
उधर रेलवे के भीतर निजीकरण से खुद रेल मंत्री पीयूष गोयल ने भी इनकार किया है। उन्होंने निजीकरण की तमाम संभावनाओं से साफ इनकार किया है। रेल मंत्री ने कहा कि रेलवे के निजीकरण का सवाल ही नहीं उठता है और इसका निजीकरण कोई नहीं कर सकता है। पीयूष गोयल ने कहा कि रेलवे के भीतर सुविधाओं को बेहतर करने के लिए सरकार ने निवेश बढ़ाने का फैसला लिया है, इसके तहत पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप आमंत्रित करने की बात कही गई है।