UP Lok Sabha Chunav 2024, कन्नौजः समाजवादी पार्टी मुखिया व पूर्व यूपी के सीएम अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav ) ने गुरुवार को कन्नौज लोकसभा सीट से चुनाव के लिए नामांकन किया। सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव अपने समर्थकों और ढोल नगाड़ों के साथ तिर्वा रोड स्थित सपा कार्यालय से जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे और वहां अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। इस दौरान रामगोपाल यादव और शिवपाल यादव मौजूद रहे। जबकि तेज प्रताप यादव नदारद रहे। इस सीट पर पहले तेज प्रताप को उतारा गया था।
मुलायम की छोटी बहू अपर्णा यादव ने किया खुलासा
वहीं समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव कन्नौज सीट से नामांकन पत्र क्यों दाखिल किया। इस पर अब भारतीय जनता पार्टी नेता और मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के डर से भारतीय गठबंधन बड़े नेताओं को चुनाव में उतार रहा है।
बीजेपी नेता अपर्णा यादव ने समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव के कन्नौज से नामांकन दाखिल करने पर कहा, ”लोगों ने बीजेपी को पूर्ण बहुमत से जिताने का मन बना लिया है। जहां तक समाजवादी पार्टी और भारत गठबंधन की बात है तो उनके बड़े नेता अब चुनाव में उतर चुके हैं।” उन्होंने चुनाव लड़ने का फैसला किया है क्योंकि वे पीएम मोदी से डरते हैं इसलिए अपने बड़े नेताओं को मैदान में उतार रहे हैं।
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अपर्णा यादव ने कहा, ‘नेताजी (मुलायम सिंह यादव) ने कई सीटें सुरक्षित कराईं, लेकिन उन सीटों पर भी बीजेपी ने अपनी मेहनत से कमल खिलाया है।’ INDI गठबंधन के लोगों ने तय कर लिया है कि पीएम मोदी का मुकाबला करने के लिए उनके शीर्ष नेतृत्व को हटना होगा, इसी के तहत उन्होंने (अखिलेश यादव) अपना नामांकन दाखिल किया है। अपर्णा यादव ने इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की जीत का दावा किया और कहा कि प्रधानमंत्री तीसरी बार प्रधानमंत्री बनेंगे, चाहे कोई भी चुनाव लड़े, बीजेपी पूर्ण बहुमत से अपनी सरकार बनाएगी।
पहले तेज प्रताप लड़ने वाले थे चुनाव
दरअसल, समाजवादी पार्टी ने पहले तेज प्रताप यादव को कन्नौज सीट से उम्मीदवार बनाया था, लेकिन स्थानीय नेताओं ने अखिलेश यादव से चुनाव लड़ने की अपील की, जिसके बाद आज सपा अध्यक्ष ने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। इस सीट से बीजेपी से सुब्रत पाठक चुनाव लड़ रहे हैं।
अखिलेश यादव के कन्नौज सीट से चुनाव लड़ने से यह सीट अब हाईप्रोफाइल सीट बन गई है। जिसके बाद अब यहां बीजेपी के लिए कड़ी टक्कर देखने को मिलेगी। 1998 से 2019 तक लगातार कन्नौज सीट पर सपा का कब्जा रहा है, हालांकि 2019 में डिंपल यादव यहां से चुनाव हार गईं।
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