भदोही– शहरों में रेलवे स्टेशनों के वेटिंग रूम खुले रहना आम है ; लेकिन भदोही के ज्ञानपुर रोड रेलवे स्टेशन के वेटिंग रूम पर हमेशा ताला लगा रहता है। यह वेटिंग रूम भी सिर्फ उनके लिए खोला जाता है जिनके पास एसी का टिकट हो और उसके लिए भी स्टेशन मास्टर के पास जाकर सिफारिश करनी पड़ती है।
इससे इस स्टेशन से ट्रेन पकड़ने वाले यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इलाहाबाद-वाराणसी खंड पर स्थित ज्ञानपुर रोड रेलवे स्टेशन से सैकड़ो ट्रेनों का संचालन होता है । यहां के वेटिंग रूम की स्थिति कुछ ऐसी है जिसका छत भी जर्जर हो चुका है । नलो से पानी नही आता और तो और वेटिंग रूम में ताला भी बन्द रहता है । यात्रियों को अगर रात में रुकना हो तो उन्हें स्टेशन मास्टर से कहकर गेट खुलवाना पड़ता है । आलम ये कि कई बार यात्री स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर ही सो जाते है । गन्दगी से बजबजाते वेटिंग रूम के बारे में स्टेशन से मास्टर से पूछा गया तो उनका कहना था की हमारे पास स्टाफ की कमी है जिस कारण हम गेट बन्द रखते है और समस्याओं पर कहा की सम्बंधित विभाग को अवगत करा दिया गया है । वहीं जब छत के बारे में पूछा गया तो मुझे नही पता कहके पल्ला झाड़ते बने । फ़िलहाल सवाल ये खड़ा होता है कि अगर लकड़ी से बना सीलिंग किसी यात्री के ऊपर गिर जाता है या कोई अनहोनी हो जाती है उसका जिम्मेदार कौन होगा ! और रेलवे प्रशासन के द्वारा हो रहा भेदभाव कब खत्म होगा।
रिपोर्ट – राकेश सिंह , भदोही