जालौन–लॉकडॉउन (Lockdown) के दौरान आपने पुलिस का क्रूर चेहरा जरूर देखा होगा, जो लॉक डाउन का पालन न करने वालों को मुर्गा या उनकी पिटाई कर रही है। लेकिन आज हम पुलिस का एक ऐसा चेहरा दिखाने जा रहे हैं जो लॉक डाउन होने के दिन से ही जरूरतमंदों की मदद अपनी टीम के साथ करने में लगी है और उनको भोजन उपलब्ध करा रही है।
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यह और कोई नहीं उरई की महिला थानाध्यक्ष नीलेश कुमारी और उनकी पुलिस टीम है। जो अपनी सैलरी से पिछले 8 दिनों से जरूरतमंदों की मदद करने में लगी हुई है और खुद महिला थाने में रसोई चलाकर अपने हाथों से खाना बनाकर जरूरतमंदों को खिला रही हैं।
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 24 मार्च को 21 दिन के लिए लॉक डाउन (Lockdown) की घोषणा की गई थी, जिससे उन लोगों को परेशानी शुरू हो गई थी, जो रोजमर्रा कमा कर अपने परिवार का भरण पोषण कर रहे थे। लॉक डाउन होने के बाद से वह न तो दिहाड़ी मजदूरी कर पा रहे हैं और न ही अपने परिवार का भरण पोषण कर पा रहे हैं। ऐसे में उरई महिला थाना की थानाध्यक्ष नीलेश कुमारी और उनकी पुलिस टीम आगे आई है, जिन्होंने अपनी सैलरी से रुपए एकत्रित करते हुए 100 परिवारों के भरण-पोषण की जिम्मेदारी ली है, जो प्रतिदिन इन परिवारों को सुबह-शाम भोजन उपलब्ध करा रही हैं।
इतना ही नहीं महिला थानाध्यक्ष नीलेश कुमारी द्वारा महिला थाने में ही रसोई घर बनाया है, जहां पर उनकी टीम सुबह से ही खुद भोजन बनाकर उन्हें पैक करके जरूरतमंद परिवारों को भोजन उपलब्ध करा रही हैं, जिससे इस लॉक डाउन (Lockdown) के दौरान उन परिवारों को भूखा न सोना पड़े।
बता दें कि अधिकतर पुलिस वालों की छवि खराब देखी जाती है, लेकिन महिला थानाध्यक्ष द्वारा जिस तरह से काम किया जा रहा है, उसकी सभी लोग प्रशंसा कर रहे हैं। महिला थानाध्यक्ष द्वारा बताया गया कि लॉक डाउन (Lockdown) के दौरान वह इन जरूरतमंदों को भोजन खुद अपनी सैलरी से बनवा कर दे रही हैं, जिससे उन्हें भूखा न पड़े।
(रिपोर्ट-अनुज कौशिक, जालौन)