बलरामपुरः कोरोना वायरस के बढ़ते कहर को देखते हुए देश में लागू लॉकडाउन (Lockdown) के लेकर बसपा नेत्री जेबा रिजवान ने सरकार से 24 * 7 कार्यरत एक समर्पित केंद्रीकृत युद्ध कक्ष और वैकल्पिक हेल्पलाइन्स बनाने की मांग की है। जेबा रिजवान ने कि उत्तर प्रदेश से बाहर फंसे लोगों को वापस लाने के लिए सरकार के पास अभी तक कोई ठोस कार्य योजना नहीं है।
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केंद्रीकृत युद्ध कक्ष और हेल्पलाइंस बनाने की मांग
बसपा नेत्री व पूर्व सांसद रिजवान जहीर की बेटी ज़ेबा रिजवान ने कहा कि सरकार ने जिन नोडल अधिकारियों की नियुक्ति की गई है उनके मोबाइल या तो स्विच ऑफ है या किन्हीं कारणों से लग नहीं रहे हैं। जब तक सभी प्रदेश वासी वापस नहीं आ जाते हैं तब तक सरकार द्वारा एक केंद्रीकृत युद्ध कक्ष बनाने और वैकल्पिक हेल्पलाइंस बनाने की मांग की है। जहां हर कॉल रिसीव हो और समस्या को सुन कर उसका उचित समाधान निकाला जाए।
मजदूरों में भ्रम और चिंता की स्थिति
उन्होंने ये भी कहा कि जनप्रतिनिधि व जागरूक नागरिक होने के नाते सरकार द्वारा दी गई व्यवस्थाओं के बारे में पूछताछ करने वाले ऐसे हजारों फोन हमारे पास आ रहे हैं। Lockdown में फंसे हुए मजदूरों को वापसी की पंजीकरण प्रक्रिया में पूरी जानकारी नहीं है। जिससे उनके बीच भ्रम और चिंता की स्थिति है। ज़ेबा रिज़वान ने सरकार से अनुरोध किया है कि इस दिशा में कार्य कर सारे विवरण और जानकारी जैसे कि लोग कैसे नोडल अधिकारी से संवाद करे।
कैसे पंजीकरण करे,दूरस्थ स्थानों पर फंसे लोगों का भोजन और यात्रा आदि का प्रबंध कर उत्तरप्रदेश सरकार कैसे संबंधित राज्य सरकार से समन्वय स्थापित कर उन्हें स्टेशन तक लेकर आएगी इत्यादि सब सूचना को वीडियो और सोशल मीडिया के माध्यम से युद्ध स्तर पर प्रचारित प्रसारित करना चाहिए। ताकि अधिक से अधिक लोगों को इसका लाभ प्राप्त हो और वह अपने घर आ सके।
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(रिपोर्ट- सुजीत कुमार, बलरामपुर)