बदायूं–इस समय पूरे देश में लॉकडाउन (Lockdown) लागू है। ट्रेनें ,रोडवेज बस सब बंद है। सार्वजनिक यातायात की कोई व्यवस्था संचालित नहीं है। ऐसे में सबसे ज्यादा परेशानी बदायूं और आसपास के जिलों के वह लोग झेल रहे हैं।
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जो लोग रोजी-रोटी के लिए दिल्ली और उसके आस पास के जिले में शरण लिए हुए थे।ऐसे हजारों लोग Lockdown में अब दिल्ली और गुरगाँव से पैदल ही अपने गांव को ओर निकल पड़े हैं, इसमें सैकड़ों लोगों को पुलिस प्रशासन ने शनिवार को वाहन का इंतजाम कर उनके गंतव्य को पहुंचा दिया है। जो लोग रास्ते में फंसे हुए थे उनके लिए बसें भेजी जा रही है।
Lockdown में इन बसों में जिस तरीके से इन लोगों को लाया जा रहा है और अपने अपने गांव पहुंचाया जा रहा है उसमे सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान नहीं रखा जा रहा है, लोग अपने घरो पर पहुंचने के लिए बसों की छतों पर चढ़कर सफर कर रहे है।
बदायूं के पुलिस लाइन चौराहे से इन बसों में भर कर ले जाने वाले बस ड्राइवर का कहना है की लोग मानने को तैयार ही नहीं है चुकी इन बसों की व्यवस्था इन लोगो को पहुंचाने के लिए की गयी पर घर जल्दी पहुंचने की होड़ में यह बसों के ऊपर बैठ गए है । वही Lockdown में भूखे ,प्यासे कई दिनों से पैदल चलकर बदायूं पहुंचे यात्रियों का कहना है की वो दो 3 दिन से चलकर यहाँ पहुंचे पर उनको उनके घर जाने के लिए कोई बस ही नहीं मिल रही है ।
लोग काफी संख्या में पुलिस लाइन चोराहे पर बस के इन्तजार में बैठे जिसमे सोशल डिस्टैन्सिंग का पालन तक नहीं हो पा रहा है। अब यहाँ सवाल यह उठता है की इस तरह क्या सरकार की लॉकडाउन की मुहिम रंग ला पाएगी क्या देश से करोना को भगाया जा सकेगा , यह तो आने वाला समय ही बताएगा ।
(रिपोर्ट-राहुल सक्सेना, बदायूं)