गुजरात के जामनगर और राजकोट से दो स्पेशल ट्रेनों से 3000 श्रमिक (workers) बलिया रेलवे स्टेशन पहुचे। ट्रेन से उतरे लोंगों की स्क्रीनिग की गई । साथ ही पानी और खाने के पैकेट भी दिए गए। स्पेशल ट्रैन से आये लोगों ने बताया की प्रतिव्यक्ति 725 रूपये का टिकट लिया वही कुछ श्रमिकों ने कहा की नमक रोटी खाएंगे पर वापस नहीं जाएंगे।
ये भी पढ़ें..DM-SSP ने उड़ाई सोशल डिस्टेंस की धज्जियां
कोरोना वायरस के खतरे के बीच लॉकडाउन में फसे हज़ारों श्रमिकों (workers) की उम्मीद की ट्रैन गुजरात से बलिया रेलवे स्टेशन पहुंची ।राजकोट और जामनगर से दो स्पेशल ट्रेन से 3000 श्रमिक बलिया स्टेशन पहुंच रहे है।बलिया रेलवेस्टेशन पर ट्रैन उतरे सभी लोगों की स्क्रीनिंग की जा रही है ।लोंगो को उनके घरों तक पहुचाने के लिए 150 बसों को लगाया गया है ।
ये भी पढ़ें..ट्रेनिंग के बाद सीधा Corona जंग उतरे यूपी के 18 IAS ऑफिसर
वही लाकडाउन में फसे श्रमिको (workers) का कहना है कि प्रति व्यक्ति 725 रुपये का ट्रेन का टिकट लेना पड़ा है । वही राजकोट से अपनी बूढी माँ के साथ आये एक मजदूर ने अपना दर्द बयां करते हुए कहा कि वहाँ यूपी बिहार के लोंगों को बंधक बनाकर पीटा जा रहा है।ऐसे में नमक रोटी खाएंगे पर कभी वापस नही जाएंगे!
श्रमिक से बातचीत..
वही जिला प्रशासन ने बड़ी संख्या में दुसरे जनपदों से आ रहे श्रमिकों को सुरक्षित तरीके से उनके घरों तक भेजने के लिए व्यापक इंतज़ाम किये है।सोशल डिस्टेंसिंग के साथ ही बाहर से आ रहे श्रमिकों को पानी की बोतल और खाने का पैकेट भी दिया जा रहा है। बलिया के जिलाधिकारी हरी प्रताप शाही ने कहा की बलिया में अबतक दुसरे राज्यों से कई ट्रेने आ चुकी है और आगे भी कई ट्रेने आने वाली है।
ये भी पढ़ें..1200 मजदूरों को लेकर उरई पहुंची श्रमिक एक्सप्रेस
(रिपोर्ट- मनोज चतुर्वेदी, बलिया)