लखनऊ– पीएम मोदी पर विवादित टिप्पणी करने वाले कांग्रेस के निलंबित नेता मणिशंकर की मुश्किलें कम होती नहीं दिख रही हैं। उनके खिलाफ राजधानी लखनऊ में परिवाद दाखिल किया गया है। ये परिवाद अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी एसीजेएस की कोर्ट में दाखिल किया गया है। कोर्ट ने 23 दिसंबर को परिवादी का बयान दर्ज कराने का आदेश दिया है।
वादी के अधिवक्ता न्यूटन किशोर सक्सेना ने बताया- “वादी संदीप शर्मा ने मणिशंकर अय्यर के खिलाफ परिवारवाद दायर किया है। उन्होंने कहा नरेन्द्र मोदी हमारे देश के प्रधानमंत्री हैं और पीएम के पद की एक गरिमा होती है। पीएम के खिलाफ ऐसी टिप्पणी करने से करोड़ों भारतीयों का मन व्याधित है औऱ पीएम मोदी के समर्थक भी इस बयान के बाद से दुखी हैं। परिवादी संदीप शर्मा लखनऊ बीजेपी के नगर मंत्री हैं।
बता दे अय्यर ने कहा था , “मुझको ये आदमी बहुत नीच किस्म का लगता है। इसमें कोई सभ्यता नहीं है। ऐसे मौके पर इस तरह की गंदी राजनीति की क्या आवश्यकता है?” उनके इस बयान पर विवाद बढ़ा तो राहुल गांधी के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से एक ट्वीट करते हुए कहा था हम उम्मीद करते हैं कि अय्यर इस भाषा के लिए माफी मांगेंगे। इसके बाद अय्यर एक बार फिर मीडिया के सामने आए। कहा, “मैं हिंदी भाषी नहीं हूं। अगर नीच शब्द का कोई दूसरा अर्थ निकलता है तो मैं माफी चाहता हूं।” उसके बाद कांग्रेस ने अय्यर की प्राइमरी मेंबरशिप से सस्पेंड कर दिया गया।