लखनऊ : तेंदुए को पकड़ने के लिए 5 थानों की पुलिस के साथ सेना ने भी संभाला मोर्चा

लखनऊ — लखनऊ के आशियाना के औरंगाबाद में गुरुवार सुबह तेंदुए द्वारा एक युवक पर हमले के बाद आसपास के स्कूलों में छुट्टी कर दी गई है। राजधानी में एक महीने के अंदर चौथी बार तेंदुए ने गुरुवार को आशियाना के औरंगाबाद इलाके में दस्तक दी।

उसके इलाके में घुसने की सूचना से हड़कम्प मच गया। खेत में सुबह पानी लगाने गये एक स्थानीय नागरिक को घायल करने के साथ दोपहर दो बजे तक उसने चिड़ियाघर के कर्मचारी और एक अन्य व्यक्ति को भी घायल कर अपनी दहशत फैला दी। ठीक एक महीने पहले ठाकुरगंज के प्राइवेट स्कूल में तेंदुए पकड़े जाने केबाद हाल में एक अन्य तेंदुए को आईआईएम रोड और चिनहट के आसपास देखा गया था। क्षेत्र में लोगों ने बच्चों को घर से नहीं निकलने दिया। कई लोगों ने तो तेंदुए के खौफ के चलते बच्चों को स्कूल तक नहीं भेजा। मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम तेंदुए को पकड़ने में देर रात तक नाकाम रही।

रमाबाई स्थल के निकट स्थित आवासीय क्षेत्र आशियाना के औरंगाबाद खालसा इलाके में तेंदुआ सामने आने से हड़कंप मच गया। सबसे पहले इस तेंदुए को कुलदीप ने देखा। वह अपने खेतोंमें पानी लगाने जा रहा था तभी तेंदुए ने उस पर हमला कर दिया। उसके शरीर पर कई जगह चोटें भी आईं। तेंदुए को देखते ही उसके होश उड़ गए और वह इलाके में स्थित सरसों के खेत में जाकर छुप गया। इस दौरान कुलदीप ने तेंदुए को खेत में छिपते हुए देख लिया था। इसके बाद क्षेत्रीय लोगों ने पुलिस को खबर की। 

पुलिस ने वन विभाग को सूचना दी। तेंदुए की सूचना मिलने पर रेस्क्यू एक्सपर्ट औरवन्यजीव विशेषज्ञ डॉ. उत्कर्ष शुक्ल के नेतृत्व में वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। जब टीम यहां पहुंची तब तक यहां पर तेंदुआ खेत में ही मौजूद था। तेंदुए को देखने के लिए खासी भीड़ जमा हो गई और लोग शोर मचाते रहे। दोपहर में जाल लगाकर घेराबंदीदोपहर में तेंदुए को पकड़ने केलिये लगाये जा रहे जाल और बाहर लोगों के शोर से घबड़ाया तेंदुआ अचानक सरसों के खेत से बाहर निकला और उसने जू के कर्मचारी बबलू पर हमला किया। बबलू को बचाने के लिये कूद कर्मचारी मो आरिफ को घायल करता हुआ तेंदुआ आबादी वाले इलाके की ओर भागा और पास में स्थित खाली मैदान में पहुंच गया।

इस मैदान में जल निगम के बड़े-बड़े पचास-साठ सीवर लाइन के पाइप पड़े हैं। इनमें से ही एक पाइप में तेंदुआ जा घुसा। हालांकि खेत से मैदान तक पहुंचने के दौरान उसने जू के कर्मचारी मो आरिफ को घायल घायलकिया। उसके हाथ और अंगुलियों को फाड़ दिया. इसके साथ ही एक अन्य व्यक्ति राजू को भी घायल कर दिया। इसके बाद रेस्क्यू टीम ने उस जगह को जाल से घेरे जाने की कवायद शुरू की। रेस्क्यू टीम के अधिकारियों ने बताया कि जब तक इस इलाके को पूरी तरह से जाल से कवर नहीं कर लिया जाएगा तब तक आगे एक्शन नहीं लिया जा सकता। पता नहीं तेंदुआ कहां और किसके घर में घुस जाए। देर शाम तक उस जगह को जाल से घेरे जाने की कवायद जारी रही।

शाम लगभग 5ः30 बजे दुबारा दिखाई दिया और फिर छूप गया । छुपे हुये तेंदूए को सामने लाने के लिये अंधेरा होते देख सर्च कर्मीयो ने जाल के भीतर पिजंड़े में एक मुर्गा लटकाकर खुला छोड़ा गया ताकि तेंदूआ भूख से बिखलाकर मुर्गो पर झपट्टा मारने के लिये निकले और उसे पिंजड़ा में बंद कर लिया जाये। लेकिन कोई कामयाबी हासिल नहीं हुयी। पूरी रात वन विभाग और पुलिश तेंदूए को पकड़ने में पूरी तरह विफल रही। पूरी रात आंख मिचौली चलती रही भोर में तेंदुए ने दहाड़ कर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। अभी अभी वन विभाग की मदद को सेना आ गई है।

(रिपोर्ट – अंशुमान दुबे , लखनऊ )

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