सोनभद्र– प्रदेश में अवैध खनन को लेकर एक तरफ जहां सीबीआई जांच कर रही है तो वही सत्ता दल के सहयोगी अपना दल (एस ) के सूबे की आखिरी विधानसभा क्षेत्र से विधायक हरीराम चेरो ने जिले में नियम विरुद्ध हो रहे अवैध खनन के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए आज दुद्धी क्षेत्र के खोखा बालू साइड के पास बहेराडोल में एक दिवसीय धरना दिया।
जिसमें हजारों की संख्या में आदिवासी ग्रामीण पहुचे। इस धरना को लेकर जिला प्रशासन पूरी तरह से सतर्क रहा और कोई चूक न होने पाए इसलिए चप्पे चप्पे पर पुलिस बल को तैनात किये हुए था। इस दौरान धरना को सम्बोधित करते हुए विधायक ने कहा कि खोखा बालू साइड अप्रैल 2018 में आवंटित हुई थी लेकिन यह पूरी तरह से नियम विरुद्ध है जो सेंचुरी एरिया में है। यह सड़क पीडब्लूडी द्वारा 10 टन तक के लिए वाहन पास है जबकि बालू की ओवर लोड ट्रकें यहां से गुजरती है। जिले में अवैध खनन की शिकायत दर्जनों बार जिला प्रशासन से लेकर प्रधानमंत्री , गृहमंत्री , मुख्यमंत्री और खनन मंत्री अन्य सम्बन्धितों को किया गया है लेकिन कोई सुनवाई नही होने पर मजबूर हो कर आज हजारो आदिवासी भाईयो के साथ धरना देना पड़ रहा है। इस धरना के माध्यम से 15 दिन में प्रस्ताव लाकर खोखा बालू साइड पर जाने वाले रास्ते को जाम किया जाएगा।
प्रदेश की आखिरी विधानसभा क्षेत्र 403 दुद्धी सोनभद्र के अपना दल (एस) विधायक हरीराम चेरो ने जिले में हो रहे अवैध खनन के खिलाफ अपनी ही सरकार में आवाज उठा रहे है । जिले में हो रहे अवैध खनन को लेकर विधायक ने आज हाथीनाला इलाके के बहेराडोल में गांव में हजारों आदिवासी ग्रामीणों के साथ एक दिवसीय धरना दिया। इस दौरान विधायक ने कहा कि वह दर्जनों बार जिला प्रशासन , खान अधिकारी , शासन से लेकर मुख्यमंत्री , प्रधानमंत्री तक को पत्र लिखा अवैध खनन होने की शिकायत कर चुके है लेकिन कोई कार्रवाई नही हुआ । सत्ताधारी दल के विधायक द्वारा अवैध खनन के खिलाफ आवाज उठाने से हलकान जिला प्रशासन ने धरना को असफल करने का भी प्रयास किया और भारी पुलिस बल धरना स्थल पर लगाया इसके बावजूद भी आदिवासी ग्रामीण विधायक के समर्थन में धरना स्थाल पर वहां पहुचे।
इस दौरान विधायक ने कहा कि जिले में अवैध खनन को लेकर दर्जनों बार सम्बन्धितों को पत्र लिखकर शिकायत किया है लेकिन कोई कार्रवाई नही होने पर आज हजारो लोगो के साथ धरना दे रहा हूँ। बालू ठेकेदार यह कहते है कि उन्हें मुख्यमंत्री का संरक्षण प्राप्त है यहां तक की अवैध खनन के खिलाफ आवाज उठाने पर ठेकेदार जान से मारने की धमकी देते है और गलत आरोप लगा रहे है कि 20 लाख रुपये मांग रहे है। मुख्यमंत्री हमारी बातो को नही सुनते है जबकि उन्हें चाहिए ठेकेदार और हमे बुलाकर एक दूसरे की बातों सुनना चाहिए लेकिन उन्हें कोई गुमराह किया जा है ।
(रिपोर्ट-रवि देव पांडेय, सोनभद्र )