बहराइच — रूपईडीहा थाने की पुलिस ने सरहदी कस्बे स्थित जनसेवा केन्द्र पर नेपाली नागरिकों के अवैध रूप से आधार कार्ड बनाऐ जाने के मामले में कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर धोखाधड़ी व आईटी एक्ट के तहत तीन युवकों को नामजद कर केस दर्ज कर लिया है।
गुरूवार की शाम हिरासत में लिऐ गए युवक से पुलिस व खुफिया महकमे के अफसर गहन पूछताछ कर रहे है। आशंका जताई जा रही है कि यह गैंग देश विरोधी तत्वों के लिए भी मददगार बना हुआ था।रूपईडीहा थाने में तैनात उपनिरीक्षक दीनदयाल राय की तहरीर पर शुक्रवार की सुबह थाने में रूप्ईडीहा कस्बा निवासी वसीम, असद, अख्तर को नामजद किया गया है। यह गोरखधंधा असद के मकान में संचालित हो रहा था।
जबकि इस जरायम का मास्टर माइंड वसीम व उसका दाहिना हाथ अख्तर फरार हो गए है। इस केस में कूटरचित फर्जी दस्तावेज तैयार करने, धोखाधड़ी व आईटी एक्ट लगाया गया है। प्रारम्भिक तहकीकात में इस तथ्य का खुलासा हुआ है कि पड़ोसी राष्ट्र नेपाल के बांके जिले के नेपालगंज निवासी निर्मल शाह पुत्र गणेश को राजस्थान प्रांत के किसी जिले के आधार कार्ड बनाया गया है।वह नेपाल के पुलिस महकमे में इंस्पेक्टर के पद पर तैनात है।
इस खुलासे ने देश की सुरक्षा व्यवस्था की कलई खोल कर रख दी है। आशंका व्यक्त की जा रही है कि नेपाल के मोस्ट वांटेड शातिर अपराधियों, मादक पदार्थ तस्करों, देश विरोधी तत्वों को भारतीय इलाके में पनाह लेने के लिए इस गैंग ने आधार कार्ड मुहैया कराऐ है। खुफिया एजेंसिया इस बात की भी पड़ताल कर रही है कि पाकिस्तान से लगी सरहद के भारतीय इलाको के जिलों के आधार कार्ड तो नही बनाए गए है। एसओ आलोक राव ने बताया कि तीन पर केस दर्ज किया गया है। पूछताछ की जा रही है।
रिपोर्ट-अनुराग पाठक,बहराइच