हाथरस — जिले के थाना कोतवाली सासनी क्षेत्र के क़स्बा में एक शादी समाहरोह में खाने लिए बन रहे भोजन में छिपकली गिरने के बाद उसी खाने को खाने के बाद लगभग दो दर्जन से अधिक लोग बीमर हो गए।वहीं बेसन में छिपकली गिरने की जानकारी होते ही खाना खाने वाले लोगो की धीरे-धीरे तबियत बिगड़ ने लग गई और सभी लोग बीमार हो गए।
ज्यादा बीमार लोगो को आनन-फानन में जिला अस्पताल में उपचार के लिये भर्ती कराया कराया गयाबता दे शादी समारोह में हल्दी की रस्म के दौरान खाने के लिए बने बेसन के व्यंजन में छिपकली गिर गई उसी खाने को सभी रिस्तेदारो ने खाया लिया। जिससे दो दर्जन लोगों की अचानक तबियत खराब हो गई। जिन्हें आनन फानन मे जिला अस्पताल लाया गया पर अस्पताल में इलाज के नाम पर उनको कुछ नहीं मिला मरीज बेहोश होकर जमीन पर गिरे पड़े रहे लेकिन किसी भी अस्पताल के कर्मचारी स्टाफ ने उसको उठाने की जहमत नहीं उठाई। बल्कि उनको बहार दवा लिख कर कह दिया गया खुद ही खा लो।
वही जहाँ स्टाफ की कमी के चलते मरीजो ने खुद ही अपना इलाज करने को मजबूर हो गये।जबकि अस्पताल परिसर में मरीजों के साथ आये तीमारदारों ने अपने मरीजों को दवा पिलाना शुरू कर दिया।अब सवाल यह उठता है कि आखिर सरकार इतना पैसा स्वस्थ के लिए खर्च कर रही है तो उनको बहार की दवा क्यों लिखी जा रही है और उनका इलाज अस्पताल में तैनात डॉक्टर क्यों नहीं कर रहे ?।
(रिपोर्ट-सूरज मौर्या,हाथरस)