इलाहाबाद — माघ मेले के आखिरी स्नान व पर्व महाशिवरात्रि के मौके पर मंगलवार को गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती की त्रिवेणी पर आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा. सुबह से ही संगम में श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है. संगम नगरी में सोमवार रात हुई बारिश के बाद बढ़ी ठंड के बावजूद भारी संख्या में श्रद्धालु संगम में आस्था की डुबकी लगाई.
वहीं मेला प्रशासन ने महाशिवरात्रि के पर्व पर दस लाख श्रद्धालुओं के संगम आने का अनुमान लगाया है.फाल्गुन मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को पड़ने वाले शिवरात्रि के पर्व का विशेष महत्व है. ऐसी मान्यता है कि आज ही के दिन भगवान शिव और मां पार्वती का विवाह हुआ था.
श्रद्धालु गंगा स्नान के साथ ही गंगा घाटों पर रेत के शिवलिंग बनाकर भगवान भोले को बेलपत्र, धतूरा और पुष्प के साथ ही गंगा जल और दुग्ध से अभिषेक कर रहे हैं. इस वर्ष महाशिवरात्रि के पर्व के साथ ही प्रदोष व्रत पड़ने से अद्भुत संयोग भी बन रहा है. जिसके चलते महाशिवरात्रि का पर्व दो दिनों 13 और 14 फरवरी को मनाया जायेगा.
गौरतलब है कि महाशिवरात्रि के माघ मेले के आखिरी स्नान पर्व होने के चलते प्रशासन भी खासा मुस्तैद नजर आ रहा है. इस पर्व को लेकर प्रशासन ने व्यापक इंतजाम किए हैं. जिसके मद्देनजर गंगा घाटों पर पर्याप्त पुलिस बल के साथ ही जल पुलिस और बम डिस्पोजल स्क्वॉयड की भी तैनाती की गई है.