रामजन्मभूमि पर मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन के लिए 05 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ वरिष्ठ भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी भी आएंगे। रामजन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय ने कहा कि मंदिर आंदोलन से जुड़े लोगों को प्राथमिकता के साथ आमंत्रण दिया गया है। उनमें आडवाणी और डॉ. मुरली मनोहर जोशी भी शामिल हैं और उन्हें विशेष रूप से आमंत्रित किया गया है।
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रामजन्मभूमि को लेकर सदियों तक चले संघर्ष में निर्णायक मुकाम तक पहुंचाने में आडवाणी का बड़ा योगदान रहा है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में उन्होंने न केवल राम मंदिर आंदोलन को राजनीतिक दल की ओर से समर्थन देने की घोषणा की बल्कि स्वयं गुजरात के सोमनाथ से अयोध्या तक रथयात्रा निकालने का भी ऐलान किया था। भूमि पूजन के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी के साथ विशिष्ट धर्माचार्यों के बीच आडवाणी की मौजूदगी दोबारा हिन्दुत्व का वही ज्वार पैदा करने में समर्थ होगी जब यह नारा दिया गया था ‘रामलला हम आएंगे, मंदिर वहीं बनाएंगे’। यह नारा 05 अगस्त 2020 को मूर्त रूप लेता दिखाई देगा और संकल्प की वास्तविक सिद्धि हो सकेगी।
राम जन्म भूमि संघर्ष यात्रा से भी रूबरू होंगे मोदी-
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या में आगामी 5 अगस्त को राम मंदिर के शिलान्यास और भूमि पूजन से पहले राम जन्म भूमि संघर्ष यात्रा के प्रमुख घटनाक्रमों से भी रू-ब-रू होंगे। प्रदेश के संस्कृति विभाग ने इस अवसर पर एक वृहद प्रदर्शनी के आयोजन की योजना बनाई है। इस प्रदर्शनी में रामजन्म भूमि की संघर्ष के पूरे घटनाक्रम और उसमें प्रमुख भूमिका निभाने वालों का ब्योरा होगा। इसके अलावा प्रदर्शनी में जन्मभूमि स्थल की खुदाई में मिले पुरावशेष भी दिखाए जाएंगे।