कुशीनगर — उत्तर प्रदेश कुशीनगर के बिशनपुरा क्षेत्र में गुरुवार सुबह एक भयानक हादसा हो गया। जहां एक स्कूल बस को मानव रहित रेलवे क्रासिंग पर ट्रेन ने जोरदार टक्कर मार दी। इस हादसे में 13 स्कूली बच्चों की मौत हो गई और 7 अन्य घायल हो गए.
मिली जानकारी के मुताबिक, आज सुबह डिवाइन पब्लिक स्कूल की वैन बच्चों को लेकर स्कूल जा रही थी. तभी विशुनपुरा थाने के दुदही रेलवे क्रासिंग के पास थावे-बढनी पैसेंजर से उसकी टक्कर हो गई.इस भयानक हादसे में मौके पर ही 10 बच्चों एवं चालक की मौत हो गई जबकि 2 बच्चों ने बाद में दम तोड़ दिया. स्थानीय लोगों के साथ विशुनपुरा थाने की पुलिस बचाव कार्य में जुटी हुई है.
घायलों को नजदीकी अस्पताल भिजवाया गया है. बताया जा रहा है कि वैन में करीब 20 बच्चे सवार थे. हादसे में रेलवे की भारी लापरवाही भी सामने आ रही है.बता दें कि दुदही क्रासिंग पर कोई भी गेटमैन तैनात नहीं था. हालांकि, एडीजी लॉ एंड आर्डर आनंद कुमार ने बताया कि वैन में कुल 18 बच्चे सवार थे. जिनमें से 11 बच्चों की मौत हो गई है. जबकि सात बच्चों की हालत गंभीर है. एडीजी लॉ एंड आर्डर ने बताया कि मृतकों की संख्या बढ़ सकती है.
वहीं यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दर्दनाक हादसे पर शोक प्रकट करते हुए गोरखपुर कमीशनर को हादसे की जांच कर रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए हैं. सीएम योगी आदित्यनाथ ने मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये मुआवजा देने का भी एेलान किया है.जबकि रेलवे ने भी मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है.
उधर इस हादसे पर सीपीआरओ पूर्वोत्तर रेलवे संजय यादव ने कहा कि प्रथम दृष्टया वैन ड्राइवर की गलती नजर आ रही है. उन्होंने कहा कि नियमानुसार ड्राइवर को रुकना चाहिए था और देखना चाहिए था कि ट्रेन आ रही है कि नहीं. लेकिन जल्दबाजी के चक्कर में उसने ट्रैक क्रॉस करने की कोशिश की और हादसा हो गया. बताया जा रहा है कि हादसे के वक्त चालक एयरफोन लगाए हुआ था.फिलहाल इस मामले में रेलवे ने जांच के आदेश दे दिए हैं.
हादसे में मरने वाले छात्रों के नाम
कामरान, फरहान, अतीउल्ला, अनस, नजीर, मेराज, हरिओम, मुस्कान, गोल्डेन, साजिदा और तमन्ना. तीन बच्चे अज्ञात हैं. घायलों में चार बच्चे समेत ड्राइवर को गोरखपुर मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है. साथ ही मेडिकल कॉलेज में 7 बेड सुरक्षित रखे गए हैं.