मेरठ पहुँची ‘किसान क्रांति पदयात्रा’, भारी भीड़ देख प्रशासन के उड़े होश

मेरठ — किसानों की विभिन्न समस्याएं बिजली, पानी, गन्ने के बकाये भुगतान और दूसरी समस्याओं को लेकर ऐसा लगता है किसानो ने खुद क्रान्ति मोर्चा खोल लिया है. इस बात को जाहिर करने के लिए किसानों की ये हजारो की संख्या की भीड़ काफी है।

दरअसल भारतीय किसान युनियन के बैनर तले ये विशाल पदयात्रा हरिद्वार से दिल्ली तक निकाली जा रही है। लगभग सवा दो सौ किलोमीटर की इस पदयात्रा को दिल्ली के किसान घाट पर समाप्त किया जाएगा। 23 सितम्बर को हरिद्वार के टिकैत घाट से शुरू हुई ये यात्रा 2 अक्टूबर को दिल्ली के किसान घाट पहुंचेगी। किसानो का कहना है की वो किसी को इस पदयात्रा के चलते परेशान नहीं करना चाहते लेकिन सरकार उनकी समस्याओ पर ध्यान नहीं दे रही इसलिए मजबूरन उन्हें ये पदयात्रा निकालनी पड़ रही है ।

वहीं अपने शब्दों में किसान नेता राकेश टिकैत ने ये भी साफ कर दिया कि दस साल पुराने ट्रेक्टर को बंद करके सरकार किसान का उत्पीड़न कर रही है और चुनोती दी है कि अब किसान सैकड़ो की तादात में ट्रैक्टर दिल्ली ले जाएंगे और पार्लिमेंट के बाहर खड़े करेंगे । 

                           

उधर इस पदयात्रा के जनसैलाब को लेकर पहले ही प्रशासन के हाथ पाँव फुले हुए हैं । फिलहाल दिल्ली देहरादून नेशनल हाईवे को मेरठ में इसी के चलते वनवे रखा गया है।माना जा रहा है कि पदयात्रा में शामिल हजारों किसान शहर के बाहर ही रात्रि विश्राम करेंगे लेकिन अगर सुबह ये पदयात्रा मेरठ शहर के बीच से निकली है तो पूरी व्यवस्था चौपट हो जायेगी और कहा जाए  तो पूरा  शहर जाम हो जाएगा। फिलहाल पदयात्रा के संचालक इस बात का खुलासा नहीं कर रहे हैं की कल वो किस मार्ग से आगे जाएंगे।

(रिपोर्ट-शुभम शर्मा,मेरठ)

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