बहराइच– जंगल से निकलकर आया बाघ खेत में आराम फरमा रहा था। तभी गांव के लोग पहुंच गए। बाघ की दहाड़ पर सभी ने भागकर जान बचाई। इस दौरान बाघ निकलकर सेमरी-सुजौली मार्ग पर पहुंच गया।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक बाघ आधा घंटा सड़क पर खड़ा रहा। लोगों के हाका लगाने पर बाघ जंगल की ओर गया। इसके चलते आधे घंटे तक मार्ग पर आवागमन थमा रहा। गांव के लोग दहशत में हैं। कतर्नियाघाट सेंक्चुरी क्षेत्र के सुजौली रेंज में स्थित सुजौली गांव में बीते सप्ताह वन्यजीव के हमले में एक किशोर निवाला बना चुका है। इसके अलावा मुर्तिहा, धर्मापुर और मोतीपुर रेंज में बाघ और तेंदुओं के हमले हुए हैं। इसके चलते वन विभाग ने पिंजरा लगाकर टाईगर प्रोटेक्शन फोर्स को सजग जरूर किया है। लेकिन बाघ और तेंदुए के हमले थम नहीं रहे हैं। कोतवाली मुर्तिहा के महाराजसिंह नगर गांव निवासी तीरथराम, मस्तराम, गणेश, विजय आदि अपने खेतों की निगरानी करने के लिए घर से समूह में निकले थे। ग्रामीण जब खेत के निकट पहुंचे, तभी उन्हें बाघ की दहाड़ सुनाई पड़ी। इस पर सभी उल्टे पांव शोर मचाते हुए गांव की ओर भागे। गांव के लेाग भी हाका लगाते हुए निकले। जिसका नतीजा यह हुआ कि इन ग्रामीणों कीजान बच गई।
इसी घटना के कुछ देर बाद बाघ गन्ने के खेत से निकलकर सेमरी-सुजौली मार्ग पर पहुंच गया। बाघ को सामने देख लोगों की घिग्घी बंध गई। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक बाघ 32 मिनट तक सड़क पर दहाड़ते हुए मौजूद रहा। इसके बाद जंगल की ओर चला गया। बाघ के जाने के बाद लोगों ने राहत की सांस ली। सूचना रेंज कार्यालय को दी गई। । प्रभारी वन क्षेत्राधिकारी आरकेपी सिंह ने बताया कि बाघ निकलने की सूचना मिली थी। फिलहाल कांबिंग की जा रही है।
रिपोर्ट- अमरेंद्र पाठक , बहराइच