यूपी के कौशांबी ज़िले में एक पिता पैसो की तंगी के चलते बेरहम ज़ालिम बन गया। उसने अपने ही कलेजे के टुकड़े पर ज़ुल्म की इंतहा कर दी। मजबूर पिता ने किशोर को लोहे की मोटी जंज़ीरों से घर के पास स्थित एक पेड़ में ताला लगा कर जकड़ दिया।
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किशोर की मात्र इतनी ग़लती थी कि वो अपने पिता से भर पेट भोजन मांगता था। पिता ने किशोर को लोहे की जंजीरों से बांध दिया, ताकि वो भोजन तक पहुच न सके। हालांकि इसकी जानकारी लोकल पुलिस को हैं, लेकिन वो सिर्फ़ कागज़ों की खाना पूर्ति तक सीमित रही। किशोर आज भी बेड़ियों में जकड़ा ज़िंदगी जीने को मज़बूर हैं।
कोतवाली से चन्द कदमो की दूरी का मामला…
बेड़ियों में जकड़े किशोर की यह तस्वीर सैनी कोतवाली से महज़ चन्द कदमो की दूरी की हैं। पढ़ने-लिखने की उम्र में पिता कंधई लाल ने किशोर पर मवेशियों को चराने की जिम्मेदारी दे दी। ग़रीबी के चलते उसको भर पेट भोजन भी नही नसीब हो रहा हैं। जंज़ीरों से बंधे विकास ने बताया कि उसकी ग़लती बस इतनी हैं कि उसने घर वालो के बिना अज्ञा के खाना खा लिया।
पिता ने बयां किया दर्द…
जिसके कारण उसको जंज़ीरों में बांध दिया गया हैं। जबकि पिता कंधई लाल का कहना हैं कि वो पेशे से किसान हैं। कभी खाना कम बनता हैं, या फ़िर समय से नही बन पाता हैं तो ये सब को गाली गलौच करता हैं। अशब्द बोलता हैं। जिसके कारण इसको जंज़ीर के सहारे महुआ के पेड़ से बांध कर ताला लगा दिया गया। वही सर्किल ऑफिसर सिराथू रामवीर सिंह ने कहा कि सूचना मिली हैं। पुलिस मौके पर जा रही हैं। जो भी विधिक कारवाही होगी कि जाएगी।
केंद्र की मोदी सरकार ने किसानों की आय दुगनी करने का दावा तो किया था। लेकिन दोबारा सरकार बने के बाद भी किसानों की स्थित बदली नही हैं। आज भी किसान कर्ज के चलते परेशान हैं। कंधई लाल जैसे कितने ही किसान हैं जिनके परिवार भर पेट भोजन को तरसते हैं।
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(रिपोेर्ट- शेषधर तिवारी, कौशांबी)