यूपी के कासगंज में 9 फरवरी को दो पुलिस कर्मियों पर हमला करने व एक की पीट-पीट कर हत्या करने वाला मुख्य आरोपी मोती सिंह रविवार तड़के एनकाउंटर में मारा गया।
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घटना के बाद से फरार होने वाला मोती काली नदी के पास वन क्षेत्र में छिपा हुआ था। मिली खुफिया जानकारी के आधार पर पुलिस की एक टीम ने शनिवार देर रात इलाके में तलाशी शुरू की। जिसके बाद रविवार को तड़के 3 बजे पुलिस को आखिरकार मोती और उसके साथियों के होने का ठिकाना मिल गया और उसे देखते ही पुलिस ने गोली चला दी।
अंधेरे का फायदा उठाकर साथी फरार
इस बीच अंधेरे में मोती के साथी भले ही इधर-उधर भागने में कामयाब रहे, लेकिन गोली लगने से मोती घायल हो गया। उसे सिढ़पुरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
9 फरवरी को सिपाही की पीट-पीट कर की थी हत्या
गौरतलब है कि 9 फरवरी की रात को सिपाही देवेंद्र सिंह और दरोगा अशोक एक नोटिस चिपकाने के लिए कासंगज के नगला धीमर गांव आए थे और यहीं मोती और उसके साथियों ने मिलकर इनके साथ मारपीट की थी, जिसमें देवेंद्र की मौत हो गई थी और अशोक घायल हो गया था। घटना के कुछ घंटे बाद मोती के भाई इलकर को भी पुलिस ने गोली मार दी।
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