मेरठ — ‘कसम खुदा की खाते है मंदिर वहीं बनाएंगे’। जी हाँ, यह कहना है मुस्लिम राष्ट्रीय मंच का। दरअसल मेरठ पहुँचे मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के राष्ट्रीय संयोजक इस्लाम अब्बास ने ‘यूपी समाचार’ से खास बातचीत करते हुए
कहा कि जो राम मंदिर को लेकर विवाद हिंदू मुस्लिम के बीच खाई का काम कर रही है अब मुस्लिम राष्ट्रीय मंच उस खाई को पाटने के लिए निकला है और उन्होंने एक नारा भी दिया है कि ‘बाबर के उस कृत को धिक्कारों, इमाम ए हिंद श्री राम को स्वीकारो’। इसी नारे को लेकर मुस्लिम राष्ट्रीय मंच पूरे देश में मुस्लिम समाज को जागरूक करने की कोशिश कर रहा है।
जम्मू कश्मीर से धारा 370 और 35a के बाद अब पूरे देश की निगाह राम जन्मभूमि पर टिकी है। और अब राम मंदिर मुद्दा एक बार फिर गरमाने लगा है। हिंदू से लेकर मुस्लिम तक हर कोई चाहता है कि जल्द से जल्द अयोध्या में राम मंदिर बने । महिला मुस्लिम राष्ट्रीय मंच की राष्ट्रीय संयोजक शाहिद परवेज़ ने कहा कि जिस तरह जम्मू कश्मीर से धारा 370 और 35a हटाई गई और तीन तलाक पर कानून बनाया गया उसी तरह राम मंदिर मुद्दे पर भी राष्ट्रपति को अध्यादेश लाकर मंदिर बनवाना चाहिए।
इस मंदिर निर्माण की सबसे पहली ईंट मुस्लिम के हाथ से ही लगवाई जाए जिससे हिंदू मुस्लिम एकता की मिसाल बने। उन्होंने यह भी कहा कि हमारी पहचान बाबर से नहीं इमाम ए हिंद श्री राम से है । मुस्लिम राष्ट्रीय मंच पूरे देश में लोगों को जागरुक कर रहा है और जल्द ही श्री राम को टैंट से मुक्ति दिलाएगा।
वही मेरठ पुलिस प्रशासन ने सड़क पर जुमे की नमाज और ईद पर ऊंट के कटान पर जो प्रतिबंध लगाया है उस पर भी मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के लोगों ने प्रशासन के इस फैसले का समर्थन करते हुए कहा कि इस्लाम में कहा गया है कि लोगों को परेशान करके इबादत नहीं की जा सकती इसलिए अगर सड़क पर नमाज पढ़ने से लोगों को परेशानी हो रही है तो फिर यह ठीक नहीं है और साथ ही उन्होंने कहा कि अगर देश का कानून चाहता है कि ऊंट के कटान पर रोक लगे तो वह कानून के इस फैसले का भी समर्थन करते हैं।
(रिपोर्ट-प्रदीप शर्मा,मेरठ)