लखनऊ — हिन्दू धर्म में प्रत्येक वर्ष कार्तिक मास की देवउठनी एकादशी के दिन तुलसी जी के विवाह का विधान है | इस पर्व को ऐशबाग स्थित श्री दुर्गा मंदिर धर्म जागरण एवं सेवा समिति की ओर से तुलसी जी के विवाह का आयोजन किया गया |
इस विवाह में अयोध्या वर पक्ष एवं लखनऊ निवासी कन्या पक्ष बने | साधुओं की बारात श्री गोपाल दास जी महाराज के नेतृत्व में अयोध्या से रवाना हुई जो लखनऊ राधाकृष्ण मंदिर ऐशबाग पहुंचीं और फिर बारात श्री दुर्गाजी मंदिर के लिए सज- धज कर चली | सभी लोगों ने भजन कीर्तन किया | तुलसी के एक पौधे को दुल्हन की तरह सजाया गया और सालिगराम जी के रूप में दूल्हा बारात के साथ आया एवं धूमधाम से विवाह की रस्म अदा की गई | अनेक श्रद्धालुओं ने कन्यादान किया एवं भेटें प्रदान की | बारात दुल्हन को लेकर अयोध्या लौट गई और वधू रूप तुलसी अयोध्या में महन्त गोपालदास जी ने आश्रम की शोभा बनेंगी | इस अवसर पर गणमान्यों के अतिरिक्त मंदिर के कार्यकर्ता श्री ताराचन्द अग्रवाल , रामनरेश मिश्रा , राजेन्द्र गोयल , पवन जी अग्रवाल , मधु श्रीवास्तव आदि ने मेहमान साधु – संतों की आवभगत व भोजन सेवा की |