कानपुर– कानपुर चिड़ियाघर प्रशासन की लापरवाही से फिर एक बाघ की मौत का मामला सामने आया है लेकिन इस बार बाघ की मौत के पीछे के कुछ पहलू उजागर होने के कारण जांच शुरू हो गई है।
क्योंकि चिड़ियाघर प्रशासन खुद यह मान रहा है कि बाघ के गले में मीट का टुकड़ा फंसने से मौत हुई है लेकिन जब बासी मीट के दृश्य सामने आए तो सभी अपनी-अपनी सफाई देने में जुट गए। दरअसल स्लॉटर हाउस बंद होने की वजह से मीट ठेकेदार ने एक सप्ताह का मीट स्टोर किया हुआ था जो ख़राब हो चुका था और वही मीट परोस दिया गया जिसके कारण बाघ की मौत हुई है।
कानपुर के चिड़ियाघर में बाघ अकबर और एंथोनी लोगों के मनोरंजन का बड़ा केंद्र बने हुए थे लेकिन अब एंथोनी गुमशुम सा हो गया है क्योंकि उसका साथी भाई अकबर इस दुनिया में नहीं रहा क्योंकि उसकी मौत हो चुकी है। अकबर की मौत के पीछे चिड़ियाघर प्रशासन की बड़ी लापरवाही सामने आयी है लेकिन हर बार की तरह इस बार भी वह अपनी सफाई तो देने में जुट गया है लेकिन अपने ही कारनामे में इस कदर फंस चुके है कि किसी बड़ी कार्रवाई का अंदेशा आसानी से लगाया जा सकता है। क्योंकि बाघ अकबर की मौत के वजह परोसा गया मीट था जिसका टुकड़ा फंस जाने के कारण उसकी मौत हो गई जिसे खुद चिड़ियाघर के डॉक्टर मान रहे हैं।