कानपुर में लैब असिस्टेंट संजीत यादव के अपहरण, फिरौत और हत्या के मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बड़ी कार्रवाई की है. सीएम योगी ने आईपीएस अफसर अपर्णा गुप्ता, तत्कालीन डिप्टी एसपी मनोज गुप्ता समेत चार अधिकारियों के अलावा 6 और पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है.
साथ ही फिरौती के पैसे की जांच का आदेश दिया गया है. इस मामले में अब तक 11 पुलिसवालों को निलंबित किया जा चुका है. सीएम ने इस मामले की जांच एडीजी बीपी जोगदंड़ को सौंपी है.
ये भी पढ़ें..कानपुर संजीत यादव अपहरण मामल, CM योगी ने की बड़ी कार्रवाई, IPS अपर्णा समेत 4 अफसर सस्पेंड
ये है पूरा मामला…
बता दें कि कानपुर में बिकरू हत्याकांड के बीच ही कानपुर के बर्रा से एक खबर आई कि यहां लैब असिस्टेंट संजीत यादव का पहले अपहरण होता है. पुलिस के भरोसे पर परिवार गहने-जेवर बेचकर 30 लाख की फिरौती जुटाता है. 30 लाख की फिरौती भी दे दी जाती है, लेकिन पुलिस अगवा युवक को बचा नहीं पाती और उसकी हत्या हो जाती है.
वहीं मृतक संजीत यादव की बहन का आरोप है कि थानेदार से लेकर पुलिस अफसर तक सभी भाई की मौत के जिम्मेदार हैं. जबकि पुलिस ने बताया कि अपहरण की साजिश में संजीत के ही कुछ दोस्त शामिल थे. हालांकि पुलिस ने अपनी नाकाफी छिपाते हुए कुछ आरोपियों को गिरफ्तार कर मीडिया के सामने पेश किया.जिसमें दो आरोपी महिलाओं में से भी एक को पुलिस ने गिरफ्तार करने का दावा किया है.
ये भी पढ़ें..एक्शन में SP, लापरवाह 9 पुलिसकर्मियों पर की कार्रवाई, DSP से जवाब तलब