कानपुर — बुधवार को जम्मू-कश्मीर के बड़गाम में हेलीकॉप्टर क्रैश में शहीद हुए कानपुर के लाल दीपक पांडेय के अंतिम दर्शन के लिए लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। दीपक पांडेय अमर रहे, जब तक सूरज चांद रहेगा दीपक तेरा नाम रहेगा के नारे गूंज रहे थे। हर कोई दीपक की एक झलक पाने के लिए बेताब था।
जैसे ही शहीद दीपक का पार्थिव शरीर उनके गांव पहुंचा पूरा इलाका गमगीन हो गया और परिवार में कोहराम मच गया। वहीं शहीद दीपक के अंतिम दर्शन के लिए लोगों का जनसैलाब उमड़ पड़ा। गम-गुस्सा और आक्रोश के साथ बदला लेने की हुंकार भरते हुए कानपुर के लोगों का सुबह से ही शहीद दीपक पांडेय के घर पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया था। देशक्ति के नारों से पूरा मोहल्ला गूंजता रहा। वहीं हाथों में तिरंगा लिए लोगों की भारी संख्या से गली में पैर रखने तक की जगह न थी। लोगों को बस इंतजार था शहीद के अंतिम दर्शन का। इसी बीच सांसद-विधायक के साथ राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों ने भी घर पहुंचकर शहीद के परिजनों को ढाढ़ंस बंधाया।
वहीं डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या भी पहुंचे। उन्होंने कहा कि शहीद दीपक पांडे के परिवार के साथ पूरा देश खड़ा है। देश उनका हमेशा ऋणी रहेगा। उन्होंने शहीद की तिरंगा चौराहे पर भव्य प्रतिमा लगाए जाने की भी बात कही।
बता दें कि गुरुवार रात विशेष विमान से दीपक का पार्थिव शरीर कानपुर लाया गया था, जिसे सेवेन एयरफोर्स हॉस्पिटल में रखा गया था। सुबह सेना और एयरफोर्स के जवान पार्थिव शरीर को लेकर उनके घर पहुंचे। इस दौरान अंतिम यात्रा में पाकिस्तान मुर्दाबाद और हिंदुस्तान जिंदाबाद के जमकर नारे लगाते हुए लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी।
खबर सुनते ही बेहोश हो गए थे पिता
बुधवार को जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान के खिलाफ चल रही वायुसेना की कार्रवाई में पायलट दीपक पांडे शहीद हो गए थे। कार्रवाई के दौरान MI-17 हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया था। दीपक के परिजनों को जैसे ही उनके शहीद होने की खबर दी गई, पिता बेहोश हो गए थे। बेटे के जाने के बाद घर में कोहराम मच गया।