कानपुर — सूबे को मोदी सरकार भगवा रंग में रंगना चाहती है लिहाज़ा कई सरकारी इमारतों को भगवा रंग में रंग दिया गया. इसी कड़ी में कानपुर देहात पुलिस ने लुटेरों के मुंह पर काले रंग के नकाब की जगह भगवा रंग का गमछा पहनाया गया.
यानी जो भगवा गमछा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और बड़े-बड़े महंत पहनते है वही भगवे रंग के गमछे को लुटेरों के मुंह पर बांध दिया गया और जब कप्तान साहब के कुछ समझ आया तो फौरन आदेश किया गया कि भगवे रंग का गमछा बदल कर दूसरे गमछे से मुह ढाका जाए.
योगी जी देख ले तस्वीरे बयान कर रही है कि किस तरह लुटेरों का मुंह काले नकाब से ढकने के बजाए उन्हें साधु संतों के भगवा रंग के गमछे से ढका गया. क्या एसपी क्या सीओ और क्या वहाँ खड़े पुलिस कर्मी सब ये मंज़र देखते रहे और भगवा रंग के गमछे का तमाशा बनता रहा.
दरअसल कानपुर देहात के पुलिस अधीक्षक राधे श्याम ने एक प्रेस कांफ्रेंस कर 5 लुटेरों को गिरफ्तार कर कुछ दिन पहले सिकन्दरा थाने में हुई लूट का खुलासा किया. पकड़े गए पांचो लुटेरे हाइली एजुकेटेड है लेकिन एसपी साहब खुशी से इतना सराबोर हो गए कि उन्हें ये भी नही दिखा की पुलिस कर्मियों ने लुटेरों का जिस गमछे से मुह बांध कर मीडिया के सामने पेश किया है वो भगवा है उस पर जगह जगह श्री राम का उद्घोष है. इस दरमियान एसपी राधे श्याम के कुछ समझ आ गया जिसके बाद उनके आदेश पर भगवा रंग का गमछा बदला गया.
बहरहाल पुलिस अधीक्षक कार्यालय में हुई इस घटना से साफ हो गया है कि कानपुर देहात पुलिस लुटेरों को गिरफ्तार कर खुशी में इतना डूब गई कि उसे ये भी नही दिखा की भगवा गमछा और भगवा रंग सम्मान का प्रतीक है. यही वो रंग है जिसे सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ ऊपर से लेकर नीचे तक पहनते है. यही वो रंग है जो सूबे की सरकार के झंडे का प्रतीक है और यही वो रंग है हिंदुत्व की पहचान है.
(रिपोर्ट-संजय कुमार,कानपुर देहात)