कानपुर हमले का मास्टरमाइंड विकास दुबे करीब 108 घंटे बीत जाने के बाद भी पुलिस के हाथ नहीं लग सका है. जबकि पुलिस की 50 टीमें
हत्यारे विकास दुबे की तलाश में लगी हुई हैं. इस बीच कानपुर में पुलिस लाईन से 10 पुलिसकर्मियों को चौबेपुर थाने स्थानान्तरित किया गया है.
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10 कॉन्स्टेबल की चौबेपुर थाने में तैनाती
बता दें कि विकास दुबे से मुखबिरी के शक में चौबेपुर के पुलिसकर्मियों से पूछताछ चल रही है. इस वजह से SSP दिनेश कुमार ने पुलिस लाईन से 10 कॉन्स्टेबल की चौबेपुर थाने में तैनाती दी है. एसटीएफ की टीम विकास दुबे के लिए मुखबिरी करने के शक के दायरे में आए चौबेपुर थाने के पुलिस कर्मियों से पूछताछ कर रही है. इसके कारण अब नए पुलिसकर्मियों से काम लिया जाएगा. एसएसपी ने आधी रात आदेश जारी किया.
विकास दुबे के जगह-जगह लगाए जा रहे पोस्टर
इसके अलावा यूपी के अलग-अलग जिलों में विकास दुबे के पोस्टर लगाए जा रहे हैं. पुलिस विकास दुबे के पोस्टर लगाकर उसकी तलाश कर रही है. इसके साथ ही पुलिस ने विकास दुबे पर इनाम को बढ़ाकर ढाई लाख रुपए कर दिया है. साथ ही विकास दुबे की नौकरानी और कुछ रिश्तेदारों पर भी शिकंजा कसा गया है.
विकास दुबे की तलाश में 40 थानों की फोर्स
गौरतलब है कि प्रदेश के कानपुर में हुए इस बड़े हत्याकांड को सिपाही औरैया के रहने वाली सिपाही राहुल शहीद हो गये थे. उधर घटना को अंजाम देकर फरार चल रहे विकास दुबे की गिरफ्तारी पुलिस के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है. 40 थानों की फोर्स, एक अहजर से अधिक दरोगा, क्राइम ब्रांच और एसटीऍफ़ की टीम उसकी चप्पे-चप्पे पर तलाश कर रही है. बावजूद उसके 107 घंटे से ज्यादा का वक्त गुजरने के बाद भी दुबे और उसके गुर्गे पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं.
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