लालू यादव को सजा सुनाने वाले जज को खुद ही है ‘न्याय का इंतज़ार’

न्यूज़ डेस्क–चारा घोटाले के एक मामले में राष्ट्रीय जनता दल सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को साढ़े तीन साल की सजा सुनाने वाले सीबीआई कोर्ट के जज शिवपाल सिंह को खुद ही न्याय का इंतजार है।

उत्तर प्रदेश के जालौन जिले के रहने वाले जज शिवपाल सिंह इन दिनों अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे हैं, ताकि उनके शेखपुर खुर्द गांव में उनकी पैतृक जमीन वापस मिल सके। उनकी पैतृक जमीन भी यहीं है। जिसमें पूर्व प्रधान द्वारा जबरन आम रास्ता निकाल दिया गया है। जब इसकी जानकारी जज शिवपाल सिंह को हुई तो उन्होने इसकी शिकायत जालौन के तहसीलदार से लेकर एसडीएम तक से की। जज साहब की शिकायत को अधिकारियों ने प्रार्थना पत्र पर आदेश तो कर दिया है लेकिन उनके वापस रांची पहुंचते ही अधिकारियों ने कार्यवाही बंद कर दी है। आज भी मामला जस का तस बना हुआ है। 

इस मामले में जज शिवपाल सिंह के भाई सुरेन्द्र पाल सिंह ने बताया कि उनके भाई शिवपाल की जमीन शेखपुर खुर्द में अराजी नंबर 15 और 17 है। जिसके वह संक्रमणीय भूमिधर है, जिस पर पूर्व प्रधान सुरेन्द्र पाल सिंह अपने प्रधान कार्यकाल के दौरान बिना किसी अधिकार के चकमार्ग बनवा दिया। जबकि सरकारी कागजों में चकमार्ग गाटा संख्या 13 है जिसको पूर्व प्रधान ने बंद कर उसे अपने खेत में शामिल कर लिया।

इस मुद्दे के समाधान के लिए जज सिंह काफी प्रयास कर रहे हैं। जालौन के तहसीलदार जितेंद्र पाल ने बताया कि जमीन को मुक्त कराने के लिए सिंह उनसे मिलने आए थे। शिकायत को सुनने के बाद जमीन विवाद की जांच के लिए एक दल भेजा गया था। उन्होंने बताया कि उसके बाद से फिर कभी उनकी जज सिंह से मुलाकात नहीं हुई। 

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