पुलिस को पत्रकारों और 70  वर्षीय बुजुर्गों से है चुनाव में शांतिभंग होने की आशंका

सीतापुर — लोकसभा सामान्य निर्वाचन 2019 को लेकर निर्वाचन आयोग ने सकुशल मतदान संपन्न कराने के वास्ते अराजक तत्वों के विरुद्ध शांति भंग आशंका की कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं । परन्तु कोतवाली पुलिस की दूषित कार्य शैली क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है । 

दरअसल क्षेत्र के सम्मानित व्यक्तियों और अति बुजुर्ग लोगों पर कोतवाली पुलिस को चुनाव में शांति भंग करने की आशंका है । जबकि क्षेत्र के अराजक तत्व पुलिस के संरक्षण में खुले आम घूम रहे है ।

बता दें कि कोतवाली मिश्रित के हेल्का नं. एक में पड़ने वाले ग्राम गजोधपुर निवासी पूर्व वन दरोगा शिवकुमार शुक्ला पुत्र बलराम शुक्ला उम्र लगभग 72 वर्ष जो सरकारी सेवा से रिटायर होने के बाद वर्तमान समय चलने उठने में भी असमर्थ हैं । कोतवाली पुलिस को सिर्फ उनसे ही नही  शांति भंग होने की आशंका है । बल्कि उनके पत्रकार पुत्र दीपक शुक्ला व अन्य विनोद शुक्ला , पंकज शुक्ला , अमित शुक्ला , सुमित शुक्ला ,पुत्रगण शिवकुमार शुक्ला यानी पूरे परिवार से चुनाव में शांति भंग होने की आशंका बनी हुई है ।

 इस मांमले को लेकर बुजुर्ग के पत्रकार पुत्र  दीपक शुक्ला ने दिनांक 11अप्रैल को एक शिकायती प्रार्थना पत्र यहां के उपजिलाधिकारी राजीव पाण्डेय को देकर मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की थी।  परन्तु उन्होने कहा कोतवाली पुलिस हमारी बात तो सुनती नही फिर भी मैं जवाब तलब करता हूं । यह कहकर पुलिस द्वारा प्रस्तुत की गई झूठी चालानी रिपोर्ट निरस्त करने गए पीड़ित पत्रकार को झूठा आश्वासन देकर अपने कार्यालय से चलता कर दिया ।

(रिपोर्ट-सुमित बाजपेयी,सीतापुर)

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