न्यूज डेस्क — उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) मुहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर को लेकर चा बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है. परिसर और उसके बाहर हुई घटनाओं के बाद विश्वविद्यालय में छात्रों का धरना आज भी जारी रहा.
जहां एक ओर एएमयू छात्र और प्रशासन पुलिस कार्रवाई को लेकर आंदोलित हैं. वहीं, हिंदूवादी संगठन जिन्ना की तस्वीर को हटाने की मांग को लेकर जगह-जगह प्रदर्शन कर रहे हैं.इसी क्रम में शुक्रवार को अलीगढ़ से जिन्ना का जिन्न वाराणसी और शामली तक पहुंच गया.
इसी मामले को लेकर बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के छात्रों ने जिन्ना की तस्वीर के विरोध में प्रदर्शन किया और लंका गेट पर जाकर पुतला फूंका. प्रदर्शन कर रहे छात्रों की मांग थी कि जिन्ना की तस्वीर को एएमयू कैंपस से तुरंत हटाया जाए.दूसरी तरफ बजरंग दल के कार्येकर्ताओं का शामली में प्रदर्शन देखने को मिला.यहां जिन्ना की तस्वीर के विरोध में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी का पुतला फूंका गया. बजरंग दल कार्यकर्ताओ की मांग थी कि यूनिवर्सिटी के कुलपति पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किया जाए.
इससे पहले एएमयू टीचर्स एसोसिएशन ने छात्रों पर हुए लाठीचार्ज के विरोध में प्रदर्शन किया. उनकी मांग थी कि आरोपी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की जाये. इस बीच बवाल को बढ़ता देखकर जिलाधिकारी ने चार और पांच मई तक शहर में इंटरनेट सेवाएं बंद करने का फरमान जारी किया है.
गौरतलब है कि एएमयू के यूनियन हॉल में जिन्ना की तस्वीर लगाए जाने से नाराज हिन्दू युवा वाहिनी के कुछ कार्यकर्ताओं ने दो मई को परिसर में घुसकर नारेबाजी की थी. उन पर मारपीट और भड़काऊ नारेबाजी करने के आरोप हैं. एएमयू छात्र संघ ने हिन्दू युवा वाहिनी के प्रदर्शनकारियों की गिरफ्तारी की मांग की थी.
इस मांग के समर्थन में परिसर के गेट पर एकत्र हुए एएमयू छात्रों की भीड़ को तितर बितर करने के लिए पुलिस ने बलप्रयोग किया था, जिसमें एएमयू छात्र संघ के अध्यक्ष मशकूर अहमद उस्मानी और छात्र संघ के पूर्व उपाध्यक्ष एम हुसैन जैदी समेत छह लोग घायल हो गए थे. इस घटना के बाद एएमयू छात्रों ने कल से अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया था।