न्यूज़ डेस्क– भीमा-कोरेगांव की लड़ाई की 200वीं वर्षगांठ से जुड़े कार्यक्रम के बाद भड़की हिंसा के विरोध में आहूत बंद और प्रदर्शन के मद्देनजर पुलिस ने जिग्नेश मेवानी के कार्यक्रम को अनुमति देने से इनकार कर दिया है। पुलिस ने ऑल इंडिया स्टूडेंड समिट 2018 का आयोजन करने की अनुमति देने से इनकार करते हुए आयोजन स्थल के बाहर एकत्रित छात्रों को हिरासत में ले लिया।
इस कार्यक्रम को दलित नेता जिग्नेश मेवानी और जेएनयू छात्र उमर खालिद को संबोधित करना था। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि उपनगरीय विले पार्ले में भाईदास हॉल के बाहर से कितने छात्रों और कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया है इसकी जानकारी अभी मौजूद नहीं है। पुलिस के ऑल इंडिया स्टूडेंड समिट 2018 का आज यहां आयोजन करने की अनुमति न देने पर यह कदम उठाया गया।
गौरतलब है कि 31 दिसंबर को मेवाणी और खालिद ने ‘एल्गार परिषद’ में हिस्सा लिया था, इस कार्यक्रम का आयोजन शहर के शनिवार वाडा में बीते 31 दिसंबर को भीमा-कोरेगांव की लड़ाई के 200 साल पूरे होने के मौके पर किया गया था। शिकायतकर्ताओं के मुताबिक यहीं पर मेवाणी और खालिद ने कार्यक्रम में भड़काऊ भाषण दिया था, जिसके बाद हिंसा भड़की, जिसके बाद बुधवार को दलित नेता प्रकाश अंबेडकर की अगुवाई में कई संगठनों ने राज्य बंद बुलाया, इस दौरान मुंबई समेत कई इलाकों में हिंसा हुई. मुंबई पुलिस ने कुल 25 लोगों पर एफआईआर दर्ज की है, इसके अलावा कुल 300 लोगों को हिरासत में लिया गया है।