रोक के बावजूद जंतर-मंतर पहुंची जिग्नेश मेवाणी की ‘हुंकार रैली’

न्यूज़ डेस्क– पुणे के भीमा-कोरेगांव में हुई हिंसा और उसके बाद हुए बवाल को लेकर जिग्नेश मेवाणी पर भड़काऊ भाषण देने का केस दर्ज किया गया है। इसे लेकर मेवाणी ने दिल्ली में हुंकार रैली करने का ऐलान करते हुए कहा था कि वह एक हाथ में मनुस्मृति और एक हाथ में संविधान की प्रति लेकर प्रधानमंत्री कार्यालय जाएंगे और पीएम मोदी से कहेंगे कि वह दोनों में से किसी एक को चुनें।

पुलिस की रोक के बावजूद गुजरात के विधायक जिग्नेश मेवाणी और उनके समर्थक राजधानी दिल्ली के संसद मार्ग पर युवा हुंकार रैली कर रहे हैं। पुलिस ने नैशनल ग्रीन ट्राइब्यूनल रैली के आदेशों का हवाला देते हुए रैली की इजाजत देने से इनकार कर दिया था, लेकिन रैली के आयोजक और जिग्नेश रैली करने पर अड़ रहे। आयोजन स्थल पर काफी संख्या में जिग्नेश के समर्थक मौजूद हैं। इस रैली में यूपी की भीम आर्मी के समर्थक भी पहुंचे हैं, जिनके हाथों में अपने नेता चंद्रशेखर की तस्वीरें हैं। पुलिस ने यहां भारी संख्या में पुलिसबल तैनात किया है। पुलिस की ओर से कहा गया था कि यहां आयोजन की इजाजत नहीं दी गई है, लेकिन इसके बावजूद कार्यक्रम का शुरू होना पुलिस के रुख पर सवाल खड़े कर रहा है। इसके पहले जिग्नेश ने मीडिया से बातचीत में कहा कि उनकी रैली को रोकना दुर्भाग्यपूर्ण हैं। बता दें कि रैली के आयोजन को लेकर विवाद उसी दिन से शुरू हो गया था, जब से इसकी घोषणा की गई थी। 

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