जालौन में मानवता को शर्मसार कर देने वाली एक तस्वीर सामने आई है, जहां सड़क हादसे का शिकार हुआ एक श्रमिक (Worker) का शव घंटो तक हाईवे पर पड़ा रहा, सूचना मिलने के बावजूद भी पुलिस का कोई भी अधिकारी घटनास्थल पर नहीं पहुंचा, जिससे शव हाईवे पर खुला पड़ा रहा। यह मामला एट थाना क्षेत्र के एनटीपीसी के पास स्थित पैट्रोल पम्प का है।
ये भी पढ़ें..जारी रहेगा Lockdown, जानें 17 मई के बाद क्या-क्या होगा
मुंबई से सुल्तानपुर जा रहा था मजदूर
बता दे कि लॉकडाउन के 50 दिन बीत जाने के बाद लोगों को काम नहीं मिल रहा है, इससे परेशान होकर कामगार मजदूर अपने अपने घरों के लिए जा रहे हैं, ऐसे में इन मजदूरों (Worker) को जाने में समस्या का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे ही कुछ मजदूरों की टोली मुंबई से सुल्तानपुर के लिए डीसीएम से जा रही थी। जब उनकी डीसीएम एक थाना क्षेत्र के एनटीपीटी हाईवे स्थित पेट्रोल पंप के पास रूकी तभी सुल्तानपुर का रहने वाला 72 वर्षीय श्रमिक महमूद शौचालय के लिए हाईवे के किनारे गया हुआ था।
तेज रफ्तार डंपर ने रौंदा…
जब वह लौटकर आ रहा था तभी सुबह 5 बजे के बाद तेज रफ्तार से आ रहे डंपर ने उसको टक्कर मार दी, जिससे उसकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई। इस घटना की जानकारी उसके साथ मौजूद श्रमिकों (Worker) द्वारा पुलिस को दी गई, लेकिन 5 घंटे बीत जाने के बावजूद भी एट थाना पुलिस नहीं पहुंची और सब 5 घंटे से ज्यादा बीत जाने के बावजूद भी हाईवे पर क्षत-विक्षत पड़ा रहा, जहां पर उसके आसपास जानवर भी घूमते दिखाई दिए।
कई घंटे पड़ा रहा शव
मृतक के साथ मौजूद साथी तौफीक ने बताया कि घटनास्थल के पास से पुलिस की कई बार गाड़ियां निकलती रही, लेकिन किसी भी गाड़ी ने रुक कर घटना की जानकारी नहीं ली। कई घंटे बीत जाने के बाद पुलिस पहुंची तब कहीं जाकर उसका पोस्टमार्टम कराया गया। इस घटना से साबित हो गया है कि पुलिसवाले अपना फर्ज सही तरह से नहीं निभा रहे हैं। बाद में मामला बढ़ने की सूचना एट पुलिस को मिली तो पुलिस ने मृतक के शव को वहां से उठवाकर पोस्टमार्टम के लिये भिजवा दिया।
(रिपोर्ट- अनुज कौशिक, जालौन)