जालौन: केंद्र सरकार द्वारा lockdown 2 हफ्ते के लिये बढ़ाये जाने की जैसे ही घोषणा की गई, वैसे ही अन्य प्रदेशों में (jalaun) फसे यूपी के प्रवासी मजदूर अपने-अपने घरों के लिये वापिस आने के लिये अपनी व्यवस्था करके निकल दिये।
यह भी पढ़ें-…जब क्षेत्राधिकारी व थानेदार साहब बिना माक्स के ही निकल पड़े लॉकडाउन का पालन कराने
जब प्रवासी मजदूर (jalaun) जालौन-झाँसी बॉर्डर पर पहुंचे तो वहां पर पहले से ही तैनात जालौन- झाँसी की संयुक्त पुलिस ने उन्हें रोक लिया। जैसे ही वाहनों को रोका गया उनमें लगभग 5 हजार से अधिक भरे कामगार मजदूरों ने सड़क पर उतरकर हंगामा किया और सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाते हुए पूरे रोड़ को घेर लिया। बाद में देर रात को (jalaun) जालौन के एएसपी और झाँसी सिटी एसपी ने कई थानों का फोर्स बुलाकर स्थिति को संभाला और सभी को रोकर उनका नाम पता लेते हुये शासन से अनुमति मिलने के बाद उन्हें रवाना किया। आज सभी कामगार मजदूर महाराष्ट्र, आंध्रप्रदेश के साथ गुजरात से आ रहे थे।
जालौन (jalaun) में झाँसी-जालौन के बॉर्डर पर 24 घंटे पुलिस टीम की ड्यूटी लगाई जा रही है। शनिवार की रात अचानक ट्रक, पिकअप व लोडर में सवार लोग गुजरते नजर आने पर पुलिस ने वाहनों को रोकना शुरू कर दिया। कुछ ही देर में सैकड़ो गाड़ियां आ गयी, जिन्हें जब पुलिस ने रोका तो उनमें से हजारों लोग बैठे मिले, जिन्हें पुलिस ने उतार लिया। जब पुलिस ने उनकी गाड़ियां रोकी तो कामगार मजदूरों ने हंगामा शुरू कर दिया और रोड़ जाम कर दिया।
इस दौरान खुलकर सोशल डिस्टेंशिंग की धज्जियां उड़ाई गई और मजदूर एक दूसरे के नजदीक खड़े दिखे। यहां तक वहां मौजूद पुलिस कर्मियों ने किसी को दूर-दूर खड़े करने के निदेश भी नहीं दिये। बता दे कि ये सभी गुजरात, महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश में काम करने वाले हैं और घरों को लौट रहे थे। उनका कहना था कि कई प्रांतों व शहरों को पार करके यहां तक पहुंचे हैं, अब आगे नहीं बढ़ने दिया जा रहा है। मजदूरों का कहना है वह कई दिनों से भूखे है और उनके खाने पीने की कोई व्यवस्था नहीं है और अब वह यहां पर रोक लिए गए है। वही प्रशासन ने सभी की सूची बनानी शुरू कर दी साथ ही सभी की सूची शासन को भेजकर रवाना कर रही है, लेकिन इस मामले में कोई भी प्रशासनिक अधिकारी बोलने के लिये कैमरे के सामने नहीं आया है।
(रिपोर्ट-अनुज कौशिक, जालौन)