जालौनः मजदूरों को घर पहुंचाने में जुटा प्रशासन

लॉकडाउन-3 प्रवासी कामगारों (laborers) के लिये राहत भरा है। 44 दिन बीत जाने के बाद महाराष्ट्र, राजस्थान, गुजरात आंध्रप्रदेश आदि प्रांतों से प्रवासी मजदूरों की खेप जालौन पहुंच गई है। जनपद में अलग-अलग सेंटरों पर 400 से अधिक मजदूरों का विवरण दर्ज किया गया और सोशल डिस्टेंसिग का पालन कराते हुए सभी प्रवासियों की थर्मल स्क्रीनिग कराई गई।

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स्थिति सामान्य पाये पर सभी कामगार मजदूरों (laborers) को यूपी परिवहन विभाग की बसों से उन्हें अपने घरों तक पहुंचाया जा रहा है, घर पहुंचाने से पहके सभी से एक शपथपत्र भरवाया जा रहा है जिसमें लिखाया जा रहा है कि की वह घरों में 21 दिनों के लिए होम क्वारंटाइन रहेंगे।

थर्मल स्क्रीनिग के बाद भेजा जा रहा है घर

जालौन के उरई के अलग-अलग स्थानों पर प्रवासी मजदूरों (laborers) को घर पहुंचाने की तैयारी प्रशासन ने सरकार के निर्देश पर पहले से कर रखी थी। बता दे कि कन्नौज, आजमगढ़ रायबरेली से बसों के माध्यम से मजदूरों को उरई लाया गया। सुबह से मजदूरों का आना शुरू हो गया था। प्रशासन की मौजूदगी में स्वास्थ्य टीम ने एक-एक मजदूरों की थर्मल स्क्रीनिग की। सुकून की बात यह है कोई भी प्रवासी मजदूर कोरोना संदिग्ध नहीं मिला।

अब तक 404 मजदूर हुए क्वारींटीन

इस मामले में उरई के उपजिलाधिकारी सतेंद्र सिंह ने बताया कि उनके यहां कन्नौज, रायबरेली, आजमगढ़, से मजदूर लाये गये गई जिनकी थर्मल स्क्रीनिंग कराई गई है, इसके अलावा यहां पर मथुरा से बसे आनी है, जो मजदूर राजस्थान से लाये जा रहे है। जो जिस तहसील का है उसे उस तहसील के अनुसार भेज दिया जा रहा है अभी तक उनके यहां 404 मजदूर आ चुके है जिनसे शपथ पत्र भरवाया जा रहा है तब उन्हें होम क्वारींटीन कराया जा रहा है।

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(रिपोर्ट- अनुज कौशिक, जालौन)

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