राजस्थान में राजनीति और मौसम का मिजाज पिछले कुछ दिनों से एक जैसा ही लग रहा है. प्रदेश में भले ही सावन सूखा निकला हो, लेकिन भादों में लगातार बारिश ने जहां प्रदेशवासियों को राहत दी है. वहीं इसी बीच मानसून की सक्रियता कई जगह अब आफत बनती नजर आ रही है.
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वहीं जयपुर में पहले गुरुवार रात को बारिश का एक दौर चला धीरे-धीरे बारिश परवान चढ़ती गई. बारिश के परवान चढ़ते ही शहर में जगह-जगह जलभराव की समस्या आने लग गई. शहर के अंदरुनी हिस्सों में जलभराव का स्तर बढ़ते ही वाहन पानी में डूबने लगे और शहर थमने लग गया.
भारी बारिश से चोक हो गई गुलाबी नगरी
सुबह करीब 10 बजे बारिश अपने पूरे शबाव पर आ गई और गुलाबी नगरी जैसे चॉक होकर रह गई. शहर में कई जगह पानी का स्तर इतना बढ़ने लगा कि कारें डूबने लगी.
देखते ही देखते हालत बद से बदतर होने लग गये. जो जहां था वह वहीं पर ठहर गया. यातयात पूरी तरह ठप हो गया. लोग पानी में फंसे रहे रह गये.
इस दौरान दिल्ली रोड़ पर रामगढ़ मोड़ के पास पहाड़ी से एक बड़ी चट्टान ढह गई. गनीमत यह रही कि उस समय उसके आसपास कोई नहीं था.
सड़कें नदियों में तब्दील
वहीं शहर के नीचले इलाकों में बस बस्तियां जलमग्न हो गईं. दूसरी तरफ शहर के पॉश इलाके और मुख्य सड़कें ने भी नदियों का रूप ले लिया. बारिश का दौर अभी जारी है.
उधर मौसम विभाग ने आज प्रदेश के तीन जिलों अजमेर, भीलवाड़ा और राजसमंद के लिये रेड अलर्ट जारी किया था.जबकि जयपुर समेत प्रदेश के अन्य 20 जिलों के लिये ऑरेंज और 4 जिलों के लिये येलो अलर्ट जारी किया था.
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