बाराबंकी — उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले की कमान सभालते ही लापरवाह पुलिस कर्मियों की थरथरी कांपने लगी हैं , भले ही नवागत पुलिस अधीक्षक आकाश तोमर फरियादियों के लिए नरम दिखते हो
लेकिन कामचोर पुलिस कर्मचारियों के लिए उनका स्वभाव गरम ही रहता हैं। एसपी बाराबंकी का चार्ज थामते ही वो सुबह 9 बजे अपने कार्यालय में बैठ फरियादियों की शिकायतों का सत प्रतिसत निस्तारण करवाने के लिए सम्बंधित थाना प्रभारियों को सख्त लहजे में कह दिया हैं की अगर पीड़ितों को कार्यवाई के लिए थाने से एसपी कार्यालय आना पड़ा तो थानेदार वो थानेदार कुर्सी छोड़ने के लिए तैयार हो जाये ,सिर्फ ईमानदारी से मेहनत करने वाले ही कुर्सी के हकदार होंगे
दरअसल एसपी आकाश तोमर ने पुलिस कार्यालय का निरीक्षण करने के बाद उन्होंने साफ सफाई पर विशेष ध्यान देने के लिए सम्बंधित अधिकारी और कर्मचारियों को दिशा निर्देश दिए हैं उन्होंने कहा मुख्यमंत्री के आदेशों को अगर कोई भी थानेदार नजरअंदाज करेगा तो उसपर कड़ी कार्यवाई की जाएगी नही तो वो अभी से खुद में सुधार करले ।
बातचीत के दौरान उन्होंने कहा जिले में मार्फ़ीन और मादक पदार्थों की तस्करी पूरी तरह से बन्द होगी साथ ही अगर कही भी कोई अवैध शराब में कोई सिपाही संलिप्त पाया गया इसे बर्खास्त किया जाएगा। इसलिए अपनी अपनी जिम्मेदारी से क्षेत्र में कोई भी अपराध होने न दे उन्होंने वाट्सएप वाला अपना परसनल मोबाइल नम्बर जिले के पुलिस और मीडिया कर्मियों को दिए हैं उन्होंने कहा किसी भी क्षेत्र में कोई समस्या हो तत्काल उन्हें मैसेज करे।
उन्होंने पुलिस के जिम्मेदार अपर पुलिस अधीक्षकों के साथ मीटिंग कर क्षेत्र में चर्चित घटनाओं पर भी जानकारी ली। उन्होंने मीटिंग के दौरान जनता ही हर सम्भव मदद करने के निर्देश देते हुए बड़ी घटनाओं पर तत्काल पहुचने के निर्देश दिए है साथ ही उन्होंने कहा उनकी प्राथमिकता रहेगी की वो पीड़ितों को हर सम्भव इंसाफ दिला सके और अपराधियों को सलाखों के पीछे।
बता दें कि आईपीएस आकाश तोमर इससे पूर्व संत कबीर नगर में तमाम बड़े मामलों पर कार्यवाही कर अब उन्हें राजधानी लखनऊ से सटे जनपद बाराबंकी की कमान मिली हैं पुलिस अधीक्षक बाराबंकी का पद ग्रहण करते ही उनकी कार्यवाई शुरू हो गयी हैं कई मामलों में एसपी ने तत्काल एफआईआर दर्ज करने के आदेश सम्बंधित थाने को दिए है जो पूर्व में नही दर्ज हुए थे
आकाश एक अच्छे अधिकारी के साथ सख्त मिजाज भी है। जितनी सरलता है उतनी ही सख्ती भी बरतते है. गाजियाबाद में रहकर उन्होंने दो बार कांवड़ यात्रा को भी सकुशल सम्पन्न कराया। हालांकि उनके ट्रांसफर हो जाने से जनपद वासी मायूस हुए ,ट्रांसफर एक प्रक्रिया है इससे सब को गुजरना पड़ता है। उनकी फ़ोर्स में सेकड़ों लोग शामिल थे जिनमें वरिष्ठ नागरिक से लेकर युवा बेंकर से लेकर पत्रकार और व्यापारी से लेकर अधिकारी सब उनके एक मैसेज पर आधी रात को भी काम पर चल देते थे।
(रिपोर्ट – सतीश कश्यप, बाराबंकी)