शनिवार से इंडियन प्रीमियर लीग का आगाज हो गया है। रविवार को इस टूर्नामेंट का दूसरा मैच बेहद रोमांचक रहा। यह मुकाबला दिल्ली कैपिटल्स और किंग्स इलेवन पंजाब के बीच हुआ।
दोनों टीम के बीच मैच 20-20 ओवर पर टाई हो गया। लेकिन दिल्ली कैपिटल्स ने सुपर ओवर में पूरा मैच ही पलट दिया। जिससे दिल्ली कैपिटल्स की टीम को किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ जीत हासिल हुई। लेकिन अब दिल्ली की जीत पर कई तरह के सवाल उठ रहे है।
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अंपायर से यहां हुई चूक..
दरअसल टी-20 लीग के दूसरे मुकाबले में दिल्ली ने पंजाब के सामने जीत के लिए 157 रनों का लक्ष्य रखा था। आखिरी 10 गेंदों पर पंजाब को जीत के लिए 21 रन की दरकार थी। उस वक्त जिस अंदाज में मयंक अग्रवाल बल्लेबाजी कर रहे थे, उसे देखकर पंजाब की जीत तय लग रही थी।
दिल्ली की तरफ से कागिसो रबाडा 19वां ओवर लेकर आए। अग्रवाल ने उनकी दूसरी ही गेंद पर चौका जड़ दिया। इसके बाद रबाडा की अगली यॉर्कर गेंद पर अग्रवाल ने मिड-ऑन की तरफ खेलकर दो रन पूरे किए। लेकिन अंपायर नितिन मेनन ने इसे शॉर्ट रन करार दिया। उन्होंने दूसरे अंपायर से बात चीत कर कहा कि जॉर्डन ने अपना पहला रन पूरा करते समय बल्ले को क्रीज के अंदर नहीं रखा।
ऐसे में यहां पंजाब को सिर्फ 1 रन दिया गया। हालांकि टिवी के स्लो मोशन रिप्ले में साफ-साफ दिखा कि जॉर्डन का ये शॉर्ट रन नहीं था। उन्होंने बल्ले को सही तरीके से क्रीज के अंदर रखा था। लिहाजा एक रन की कमी से मैच टाई हो गया।
अंपायर पर भड़के सहवाग…
उधर अंपायर की इस गलती पर पूर्व दिग्गज क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग भी भड़क गए। उन्होंने अंपायर के फैसले पर तंज कसते हुए कहा, ‘मैं मैन ऑफ द मैच के फैसले से खुश नहीं हूं। मैन ऑफ द मैच के असली हकदार अंपायर हैं। वो शॉर्ट रन नहीं था। इसी अंतर से पंजाब की टीम हार गई।’
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