स्पोर्ट्स डेस्क — इंडियन प्रीमियर लीग (आपीएल) 2018 में दो साल के बैन के बाद सबसे पसंदीदा टीम चेन्नई सुपर किंग्स वापसी के लिए तैयार है.वहीं 21 नवंबर को होने वाली बैठक में आईपीएल टीमों के लिए खिलाड़ियों को रिटेन करने की पॉलिसी का ऐलान किया जाएगा.
ऐसा माना जा रहा है कि बीसीसीआई ने प्रत्येक टीम में से 3 खिलाड़ियों को रिटेन करने पर विचार किया है, जिसमें 2 भारतीय खिलाड़ी और एक विदेशी खिलाड़ी को शामिल होगा.वहीं दो साल के प्रतिबंध के बाद राजस्थान रॉयल्स और चेन्नई सुपरकिंग्स आईपीएल में वापसी कर रही हैं. ऐसे में दोनों टीमों की निगाहें अपने पुराने खिलाड़ियों को फिर से टीम में शामिल करने पर होंगी.
बता दें कि आईपीएल के सीजन 11 में गुजरात लायंस और राइजिंग पुणे सुपर जाइंट खेलती नजर नहीं आएगी. ऐसे में चेन्नई और राजस्थान की टीम गुजरात और पुणे के खिलाड़ियों को अपनी टीम में चुन सकती है. इसके अलावा वर्ष 2017 में आइपीएल में खेलने वाली टीम अपने तीन खिलाड़ियों को रिटेन कर सकती है.
उल्लेखनीय है कि चेन्नई सुपरकिंग्स ने अपने पूर्व कप्तान एमएस धोनी और फाफ डू प्लेसी को रिटेन करने का फैसला किया है. धोनी की टीम में वापसी के बाद से ऐसा तय लग रहा है कि वह ही चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान होंगे. वैसै भी धोनी के लिए चेन्नई दूसरे घर की तरह है. चेन्नई सुपरकिंग्स टीम में महेंद्र सिंह धोनी, सुरेश रैना और फाफ डू प्लेसी को उनके प्रदर्शन के कारण टीम में रिटेन उम्मीद की जा रही थी,लेकिन हाल ही में जारी हुई तमिल डेली की रिपोर्ट्स के अनुसार चेन्नई मैनेजमेंट ने रिटेन पॉलिसी के तहत तीन खिलाड़ियों का चयन कर लिया है, जिसमें सुरेश रैना का नाम शामिल नहीं है. बताया जा रहा कि
चेन्नई सुपरकिंग्स ने अपने घरेलू खिलाड़ी और टीम इंडिया के स्टार स्पिनर रविचंद्रन अश्विन पर भरोसा जताते हुए उन्हें रिटेन करने का फैसला लिया है.इसके साथ ही रैना को टीम में शामिल नहीं करने की वजह घरेलू स्तर पर उनका खराब प्रदर्शन और टीम इंडिया से बाहर होना भी हो सकता है. वहीं 8 साल तक चेन्नई सुपरकिंग्स के अहम खिलाड़ी रहे रैना के खरब प्रदर्शन की वजह से उनका साथ अब चेन्नई सुपरकिंग्स ने भी छोड़ दिया है.गौरतलब है कि आईपीएल के 11वें संस्करण में तकरीबन 500 खिलाड़ियों की बोली लगनी है लेकिन टीम में आइकॉन खिलाड़ी बने रहने के लिए गवर्निंग काउंसिल ने 3 खिलाड़ियों को रिटेन करने का विचार किया है.